UP में इन 8 सांसदों का कट सकता है टिकट, नए चेहरों पर दांव खेल सकती है BJP

UP Lok Sabha Election 2024: भाजपा यूपी में 80 में से 75 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. 51 पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. 25 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होना बाकी है. पार्टी यूपी में कई सांसदों के टिकट काट सकती है. 

Written by - Ronak Bhaira | Last Updated : Mar 15, 2024, 03:53 PM IST
  • बृजभूषण सिंह का टिकट भी खतरे में
  • बलिया से भी चेहरा बदल सकती है BJP
UP में इन 8 सांसदों का कट सकता है टिकट, नए चेहरों पर दांव खेल सकती है BJP

नई दिल्ली: UP Lok Sabha Election 2024: भाजपा जल्द ही अपनी तीसरी लिस्ट जारी करेगी. इसमें यूपी की बची हुई लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान हो सकता है. यूपी में भाजपा 80 में से 75 सीटों  पर चुनाव लड़ेगी. 75 में से 51 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हो गया है. बाकी बची 25 सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाने बाकी हैं. इनमें से कई सीटें हैं जिन पर पार्टी मौजूदा सांसदों का टिकट काटकर नए चेहरों पर दांव लगा सकती है. 

इन सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा बाकी
यूपी की गाजियाबाद, मुरादाबाद, सुल्तानपुर, बदायूं, रायबरेली, फिरोजाबाद, पीलीभीत, कैसरगंज, बरेली, बलिया, भदोही, देवरिया, बहराइच, मैनपुरी, फूलपुर, कानपुर, गाजीपुर, मिर्जापुर, कौशांबी, प्रयागराज, अलीगढ़, मेरठ, हाथरस, मछली शहर और बाराबंकी सीट पर भाजपा ने अभी तक प्रत्याशी नहीं उतारे हैं.

इन सांसदों के टिकट पर खतरा

1. संघमित्रा मौर्य: बदायूं सीट से सांसद संघमित्रा स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं. स्वामी प्रसाद ने बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा छोड़ सपा का दामन थाम लिया था. अब उन्होंने खुद की पार्टी बना ली है. पिता की बगावत की सजा बेटी को दी जा सकती है. इस सीट से सपा ने शिवपाल यादव को प्रत्याशी बनाया है. संघमित्रा मौर्य की टिकट पर संशय है. 

2. राजेंद्र अग्रवाल: मेरठ सीट सीट से राजेंद्र अग्रवाल सांसद हैं. 2019 में राजेंद्र ने BSP के हाजी याकूब को हराया था. हालांकि हार-जीत का मार्जिन केवल 4729 वोटों का ही रहा. इसलिए भाजपा इस सीट से प्रत्याशी बदल सकती है. 

3. जनरल वीके सिंह: गाजियाबाद सीट से दो बार के सांसद वीके सिंह का इस बार टिकट खतर में हैं. स्थानीय नेता वीके सिंह से संतुष्ट नहीं है. इस सीट पर राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह और राज्यसभा सदस्य रहे अनिल अग्रवाल की भी नजरें हैं.

4. वरुण गांधी: पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी की पार्टी से दूरियां बढ़ गई है. वे पार्टी लाइन से बाहर जाकर भी बयान देते रहे हैं. इस बार उनका टिकट काटकर भाजपा किसी नए चेहरे पर दांव लगा सकती है. 

5. मेनका गांधी: वरुण गांधी की मां और सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी का टिकट भी कट सकता है. मेनका को इस बार पार्टी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी शामिल नहीं किया. वे पार्टी मीटिंग्स में भी कम ही सक्रिय रही हैं. 

6. बृजभूषण सिंह: कैसरगंज सीट से सांसद बृजभूषण सिंह पर देश की महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे. तब से ही वे विवादों में रहे हैं. दवा है कि कुश्ती संघ के चुनाव में भी उन्होंने पार्टी नेताओं की बात नहीं मानी. अब इनका टिकट कट सकता है.

7. रीता बहुगुणा जोशी: प्रयागराज से सांसद रीता बहुगुणा जोशी का टिकट काटना करीब-करीब तय है. रीता बहुगुणा ने 2022 में ही राजनीति छोड़ने का ऐलान कर दिया था. अब इस सीट पर पार्टी नए चेहरे को खोज रही है. अवध ओझा का नाम भी चर्चा में है. 

8. वीरेंद्र सिंह: बलिया से सांसद वीरेंद्र सिंह का टिकट भी खतरे में बताया जा रहा है. बीते लोकसभा चुनाव में वे सपा के सनातन पांडे से 15,519 वोटों से ही जीते थे. इसके बाद विधानसभा चुनाव में भी पार्टी बलिया लोकसभा क्षेत्र की 5 विधानसभा सीटों में से एक ही जीत पाई.

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