West Bengal Election: ममता दीदी ने खुद को बताया जख्मी टाइगर, कहा- 'खेल तो होगा'

हुगली में ममता बनर्जी ने रैली की. दो दिन पहले यहां पीएम मोदी ने भी यहां रैली की थी. दीदी ने बीजेपी पर डबल अटैक किया. एक ओर जहां ममता ने बीजेपी को गिरफ्तार करने की चुनौती दी, दूसरी ओर ऐलान किया कि बंगाल में इस बार खेला होगा.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 24, 2021, 09:11 PM IST
  • बीजेपी पर ममता दीदी का डबल अटैक
  • 'सुस्त बाग से घायल बाग ज्यादा खतरनाक'
West Bengal Election: ममता दीदी ने खुद को बताया जख्मी टाइगर, कहा- 'खेल तो होगा'

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सियासत में बाघ युद्ध शुरुआत हो चुकी है. दो दिन पहले नरेंद्र मोदी ने हुगली के मैदान से हुंकार भरी थी, तो बुधवार को ममता बनर्जी की दहाड़ सुनाई दी. इस मौके पर ममता दीदी ने खुद को जख्मी टाइगर बताया और बीजेपी पर खूब हमला किया.

दीदी की दहाड़- खेल तो होगा

ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि 'सुस्त बाग से घायल बाग ज्यादा खतरनाक होता है. खेल तो होगा इसी खेल को दिखाकर बीजेपी को ठीक करेंगे और उससे अगले दिन देखेंगे कि बीजेपी देश में रुकेगी या नहीं रुकेगीऔर बंगाल में कैसा खेल है अगर बंगाल से बीजेपी हार गई तो पूरे देश से विदाई ले लेगी, विदाई लेगी विदाई लेगी विदाई.'

ममता ने बीजेपी को बताया दंगाबाज

बंगाल के चुनाव में हुगली की भूमिका बहुत बड़ी होने वाली है. ये वो पहला मैदान है जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सीधी टक्कर हुई. पीएम मोदी ने इसी रैली से TMC को तोलाबाज कहा था, आज ममता बनर्जी बीजेपी को दंगाबाज कह दिया.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सबसे बड़े दंगाबाज हैं. उन्होंने कहा कि 'भारतीय जनता पार्टी हमेशा यही कहती नजर आती है कि टीएमसी तोलाबाज है, लेकिन मैं कहती हूं कि भारतीय जनता पार्टी दंगाबाज और डंडाबाज है.'

ममता की चुनौती, 'मुझे गिरफ्तार करो'

दीदी ने प्रधानमंत्री के तोलाबाजी के आरोपों का जवाब देते हुए गिरफ्तार करने की चुनौती दे दी. उन्होंने साफ-साफ कह दिया कि मुझे गिरफ्तार करो.

'आज कांग्रेसी पीएम बीजेपी एक हो गए हैं हां झूठी बातें बोल रहे हैं, लेकिन जीतेंगे नहीं अगर पॉलिटिकल लड़ाई करनी है तो राजनीतिक हिंसा क्यों कर रहे हो? मैं देखती हूं तुम कितने लोगों को अरेस्ट करते हो हमारे तृणमूल कांग्रेस में मुझे मिलाकर 2000000 लोग हैं. हम सबको अरेस्ट करके जेल में रखो. अगर तुम मेरे साथ कुछ करोगे तो मैं दिल्ली में जाकर सिर उठा कर खड़ी हो जाऊंगी यह अपनी बात दिमाग में डाल लो.'

क्यों अहम है हुगली की धरती?

हुगली बीजेपी और TMC दोनों के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है? बंगाल में सत्ता का परिवर्तन में सिंगूर से शुरू हुआ था. सिंगूर हुगली लोकसभा में आता है. बंगाल में लेफ्ट की सत्ता बदलने से पहले ही 2009 में TMC ने यहां कब्जा जमाया था.

2014 में भी हुगली TMC ने ही जीती थी, लेकिन 2019 में बीजेपी ने हुगली TMC से छीन लिया. आंकड़ों की बात करें 2019 में हुगली में बीजेपी को 46% वोट मिले, जबकि दीदी की पार्टी को 41% वोट मिले.

ऐसे में हुगली को बीजेपी बदलाव का प्रतीक मान रही है, लेकिन ममता ये बदलाव नहीं होने देना चाहती हैं. इसलिए साफ कह रही है कि बंगाल पर बंगाल ही शासन करेगा, गुजरात नहीं.

'बंगाल पर गुजरात शासन नहीं करेगा'

ममता बनर्जी ने कहा कि 'बंगाल पर बंगाल शासन करेगा. बंगाल पर गुजरात शासन नहीं करेगा. ममता बनर्जी ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल पर मोदी राज नहीं करेंगे. बंगाल पर गुंडे और बदमाश राज नहीं करेंगे.'

हुगली का धार्मिक समीकरण समझिए

ममता और मोदी अगर एक ही मैदान पर रैली कर रहे हैं तो इसकी वजह है और वो वजह हुगली का धार्मिक समीकरण है. 

हुगली में हिंदू 82.89% हैं, जबकि मुस्लिम 15.77% और अन्य सिर्फ 1.34% हैं. बीजेपी इसी समीकरण पर हुगली जीतना चाहती है. इसलिए मोदी ने हुगली की रैली में तुष्टिकरण और दुर्गा पूजा का भी मुद्दा उठा दिया था. उन्होंने कहा था कि 'तुष्टिकरण की राजनीति मां दुर्गा की पूजा से रोकती है.'

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अगले कुछ दिनों में पश्चिम बंगाल में पीएम की रैलियों की संख्या बढ़ने वाली है. दीदी ने भी ये खुला ऐलान कर दिया है कि वो घायल बाघ हैं. दीदी का खेला कितना कामयाब होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

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