MP CM Face: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर मतगणना चल रही है और जिस हिसाब के रुझान सामने आए हैं, उससे साफ है कि भाजपा एक बार फिर से मप्र में सरकार बनाती नजर आ रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन बनेगा? फिलहाल शिवराज सिंह चौहान को लेकर पार्टी ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है और ऐसा संदेश है कि जैसे वे इस बार सीएम नहीं बनेंगे. लेकिन अभी भी वे राज्य के सीएम बनने की रेस में प्रमुख दावेदार ही रहेंगे. तो अब सवाल ये कि सीएम बनने के लिए अन्य प्रमुख दावेदार कौन-कौन हैं?
बुधनी से शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने गृह क्षेत्र बुधनी विधानसभा क्षेत्र में अजेय रहे हैं, उन्होंने 1990 के बाद से यहां से सभी पांच चुनाव जीते हैं. हालांकि इस बार बीजेपी उन्हें सीएम चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट करने से कतरा रही है. लेकिन शिवराज सिंह चौहान प्रमुख दावेदार रहेंगे. उनको अपने संबोधन के दौरान कई बार खुद जनता से ऐसे पूछते हुए देख गया है, 'मुझे फिर से सीएम या मुख्यमंत्री बनना चाहिए या नहीं?' ऐसे में वे अपने काम को भी बताते नजर आए हैं.
प्रह्लाद सिंह पटेल
राज्य के सीएम पद के लिए सबसे ज्यादा चर्चा केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल के नाम की भी है. शिवराज के बाद प्रदेश में भाजपा के OBC वर्ग के सबसे बड़े चेहरों की बात करें तो उनमें प्रह्लाद पटेल का नाम सबसे आगे है. मध्य प्रदेश में OBC की आबादी 50 फीसदी से अधिक है. ऐसे में अगर सीएम बदलेगा तो पटेल बड़े दावेदार रहेंगे.
दिमनी से नरेंद्र सिंह तोमर
भाजपा ने इस बार कांग्रेस के मौजूदा विधायक रविंदर सिंह तोमर के खिलाफ अपने कद्दावर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मैदान में उतारा है. सत्ता की इस जंग में बीजेपी इस सीट पर कब्जा जमाने की कोशिश में है तो वहीं कांग्रेस अपना कब्जा बरकरार रखने की कोशिश करेगी. क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति नरेंद्र सिंह तोमर को पार्टी की उपस्थिति बढ़ाने के लिए भाजपा ने आगे किया है, जिससे समुदाय-प्रभुत्व वाले क्षेत्र में दो ठाकुरों के बीच टकराव का मंच तैयार हो गया. वहीं, तोमर भी मुख्यमंत्री पद के तगड़े दावेदार माने जा रहे हैं.
दतिया से नरोत्तम मिश्रा
दतिया विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने रहे. बीजेपी ने नरोत्तम मिश्रा को मैदान में उतारा है, जो दतिया सीट से बीजेपी का चेहरा रहे हैं और एमपी के गृह मंत्री भी हैं.
मिश्रा 2008 से जीत रहे हैं जबकि कांग्रेस ने अनुभवी राजेंद्र भारती को मैदान में उतारा है क्योंकि उन्होंने 2018 में मिश्रा को लगभग हरा दिया था, लेकिन 2,656 वोटों से पीछे रह गए. वे भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं.
इंदौर-1 से कैलाश विजयवर्गीय
भाजपा ने अपने राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 सीट से कांग्रेस के निवर्तमान संजय शुक्ला को चुनौती देने के लिए मैदान में उतारा है. चुनाव प्रचार के दोरान कैलाश ने साफ कहा है कि हम विधायक बनने नहीं आए हैं. उन्होंने पश्चिम बंगाल में भी पार्टी को मजबूती दी है. तो ऐसे में उन्हें भी सरकार राज्य में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है.
इसके अलावा वीडी शर्मा और फग्गन सिंह कुलस्ते के नाम भी चर्चा में है. बता दें कि देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिनमें चार के नतीजे आज आ जाएंगे और एक अन्य राज्य के सोमवार यानी कल आएंगे.
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