UP Election 2022: क्या समाजवादी पार्टी के लिए दागी अच्छे हैं? रेप के दोषी की पत्नी को टिकट देने पर उठे सवाल

UP Election 2022: राजनीति में पार्टियों के लिए सिर्फ चुनावी जीत मायने रखती है. ऐसे में वे चुनावी वैतरणी पार करने के लिए दागियों पर दांव लगाने पर भी संकोच नहीं करती हैं. 

Written by - Shivam Pratap | Last Updated : Jan 26, 2022, 04:20 PM IST
  • सरधना से सपा प्रत्याशी पर दर्ज हैं 38 मुकदमे
  • नगीना से सपा प्रत्याशी पर है गैंगरेप का आरोप
UP Election 2022: क्या समाजवादी पार्टी के लिए दागी अच्छे हैं? रेप के दोषी की पत्नी को टिकट देने पर उठे सवाल

नई दिल्लीः UP Election 2022: जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्नाव रेप केस के दोषी पूर्व BJP MLA कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी को पंचायत चुनाव में टिकट दिया था तो इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी (SP) ने बीजेपी को जमकर घेरा था. बाद में बीजेपी ने उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी थी. मगर, गैंगरेप के दोषी की पत्नी को टिकट देने पर सवाल उठाने वाली सपा आज खुद कटघरे में है. 

रेप के दोषी पूर्व मंत्री की पत्नी को टिकट 
इसकी वजह पार्टी की ओर से रेप मामले में जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी को टिकट देना है. समाजवादी पार्टी ने यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गायत्री की पत्नी महाराजी प्रजापति को अमेठी से उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में सपा की कथनी और करनी को लेकर प्रश्नचिह्न खड़े हो रहे हैं.

दागियों पर दांव लगाने से संकोच नहीं
दरअसल, राजनीति में पार्टियों के लिए सिर्फ चुनावी जीत मायने रखती है. ऐसे में वे चुनावी वैतरणी पार करने के लिए दागियों पर दांव लगाने पर भी संकोच नहीं करती हैं. साल 2017 में जीते विधायकों की बात करें तो भाजपा के 325 विधायक जीते थे, जिनमें 81 पर केस दर्ज थे, जबकि सपा के 47 विधायकों में 11 पर केस दर्ज थे. 

सरधना से सपा प्रत्याशी पर दर्ज हैं 38 केस
2022 विधानसभा चुनाव में अब तक सपा के गंभीर आरोपों वाले प्रत्याशियों की बात करें तो कैराना से गैंगस्टर एक्ट में जेल में बंद विधायक नाहिद हसन पर 10 केस दर्ज हैं. सरधना से सपा प्रत्याशी अतुल प्रधान पर 38 केस, हस्तिनापुर से योगेश वर्मा पर 31 केस और धौलाना से असलम अली पर 9 केस दर्ज हैं. 

गैंगरेप के आरोपी को भी टिकट
बुलंदशहर से सपा-रालोद के उम्मीदवार मोहम्मद यूनुस और अमरोहा से सपा प्रत्याशी महबूब अली पर कई केस दर्ज हैं. इसी प्रकार मीरगंज से सपा प्रत्याशी सुल्तान बेग पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज है. धोखाधड़ी और साजिश के 29 मामलों का सामना कर चुके नसीर अहमद खान को चमरूहा सीट से सपा का टिकट मिला है. बिजनौर के नगीना से सपा प्रत्याशी मनोज पारस पर गैंगरेप, अपहरण, बलवा जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं. वो जमानत पर बाहर हैं.

सपा व बीजेपी एक-दूसरे पर बोल रही हमला
जहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दागी प्रत्याशियों को टिकट देने पर कहा कि बीजेपी सबसे बड़ी गुंडा पार्टी है. वहीं, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने पलटवार करते हुए कहा कि सपा की लिस्ट के जरिए एसपी यूपी के लोगों को धमकी दे रही है. 

इस मुद्दे पर सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि दंगाइयों को टिकट देकर एसपी प्रदेश को दंगों की आग में झोंकना चाहती है. वहीं, बीएसपी अध्यक्ष मायावती का कहना है कि ये पार्टियां यूपी को जंगलराज में ढकेलने के लिए दोषी हैं.

गंभीर आरोप वालों को नहीं बनाया प्रत्याशीः संबित पात्रा
इस पर BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि गुंडों और अपराधियों को प्रत्याशी बनाना समाजवादी पार्टी की मजबूरी है. भाजपा से अपराधियों को टिकट दिए जाने पर पात्रा ने कहा कि BJP ने किसी भी गंभीर आरोप वाले नेता को प्रत्याशी नहीं बनाया है. गैंगस्टर, बलात्कार, लूट, पलायन और अपहरण वाले BJP में एक भी प्रत्याशी नहीं है.

बीजेपी ने आपराधिक लोगों को दिए हैं टिकटः सपा
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री अभिषेक मिश्रा का तर्क है कि भाजपा ने स्वयं संगीत सोम, सुरेश राणा जैसे आपराधिक लोगों को टिकट दिया है. उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के ऊपर खुद मुकदमे दर्ज हैं. लखीमपुर खीरी मामले के आरोपी के पिता अभी तक केंद्रीय मंत्री हैं. इस सबके बावजूद BJP नेतृत्व बेशर्मी से हम पर आरोप लगा रहा है.

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