नई दिल्ली: SP Congress Alliance: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन होता दिख रहा है. सीट शेयरिंग को लेकर दोनों दलों के बीच बातचीत हो चुकी है. सपा 62 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और एक सीट आजाद समाज पार्टी को दी जा सकती है. लेकिन सपा ने सीट शेयरिंग में भी कांग्रेस के साथ खेल कर दिया है. कांग्रेस को जो 17 सीटें देने की बात चल रही है, उनमें से 12 पर बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई थी.
कांग्रेस को कौन-कौन सी सीटें दी जा सकती हैं?
सपा ने कांग्रेस को रायबरेली, अमेठी, कानपुर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया की सीटें देने की बात कही है. कांग्रेस बुलंदशहर या मथुरा में से एक सीट सपा को देकर बदले में श्रावस्ती सीट ले सकती है.
2019 में 63 सीटों पर जब्त हुई जमानत
साला 2019 में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की 67 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था. इनमें से 63 पर पार्टी के प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई थी. यूपी की अमरोहा सीट पर तो 2019 में कांग्रेस को केवल एक प्रतिशत वोट मिला. ये सीट बसपा के खाते में गई थी. हालांकि, यहां से सांसद दानिश अली इस बार कांग्रेस से चुनाव लड़ सकते हैं.
केवल रायबरेली जीत पाई थी कांग्रेस
एकमात्र रायबरेली सीट थी, जहां से कांग्रेस को जीत मिली थी. यहां से सोनिया गांधी सांसद चुनी गई थीं. जबकि 2019 के चुनाव में प्रयागराज, बुलंदशहर, मथुरा, महाराजगंज, देवरिया और गाजियाबाद में तो कांग्रेस को दहाई अंक प्रतिशत में भी वोट नहीं आए थे. ऐसे में इस बार भी पार्टी के लिए इन सीटों को जीतना किसी चुनौती से कम नहीं है.
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