नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में साल 2017 से 2022 यानी 5 सालों के दौरान होने वाले एनकाउंटर के आंकड़े जारी किए गए हैं. इस दौरान यूपी में अपराध और क्रिमिनल्स पर लगाम लगाने के इरादे से 160 से भी ज्यादा एनकाउंटर किए गए हैं. मारे गए बदमाशों में वे भी शामिल हैं जिन पर 5 लाख तक का इनाम था.
CM Yogi ने की पुलिस की सराहना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'अपराधियों पर शिकंजा कसने और उन पर लगाम लगाने' के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की बार-बार सराहना की है. उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 2017 से अब तक 168 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए हैं. इनमें से अधिकांश पर 75 हजार से पांच लाख रुपये तक का इनाम था. पुलिस ने 20 मार्च, 2017 से 20 नवंबर, 2022 तक गिरफ्तार किए गए 22,234 अपराधियों में से 4,557 को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है.
पुलिस वालों को भी लगी गोली
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) (कानून व्यवस्था), प्रशांत कुमार ने कहा कि गोलीबारी के दौरान 13 पुलिसकर्मी भी मारे गए, जबकि 1,375 पुलिसकर्मियों को गोलियां लगीं. कुमार ने कहा, अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत, उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 2017 से गिरोह के सरगनाओं और माफियाओं के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया गया है. इसमें विशेष कार्य बल (एसटीएफ), आयुक्तालय और जिला पुलिस की पुलिस भी शामिल रही है.
एनकाउंटर में ढेर हुए ये इनामी बदमाश
कुमार ने बताया कि खूंखार डकैत उदय भान यादव उर्फ गौरी यादव, जिसका आतंक पड़ोसी मध्य प्रदेश तक फैला था, 2021 में चित्रकूट में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था. उस पर उत्तरप्रदेश में पांच लाख रुपये का इनाम था और उस पर डकैती और हत्या के प्रयास के लगभग 50 मामले दर्ज थे. एक अन्य अपराधी 2.5 लाख रुपये का इनामी बलराज भाटी वर्ष 2018 में पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया था. उस पर 20 से अधिक मामले दर्ज थे. यूपी एडीजी ने कहा कि सबसे ज्यादा 64 अपराधी मेरठ जोन में मारे गए और गिरफ्तारियां भी सबसे अकिध (6,494) हुईं. पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर्स एक्ट भी लगाया और उनकी संपत्तियों को भी जब्त किया गया.
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