नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को जामनगर को जामनगर राजघराने की ओर से अगला उत्तराधिकारी चुना गया है. इसकी घोषणा खुद जाम साहब शत्रुशल्य सिंह महाराज ने आज सुबह (12 अक्टूबर 2024) की. बता दें कि अजय जडेजा हाल ही में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के साथ मेंटर के रूप में जुड़े हुए थे. अफगानिस्तान की टीम ने उनके मार्गदर्शन में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था.
जामनगर राजघराने का इतिहास
बता दें कि जामनगर राजघराने का इतिहास जडेजा वंश के राजा जाम रावल से जुड़ा हुआ है. 1540 ईस्वी में उन्होंने नवनगर रियासत की स्थापना की थी. उन्होंने नागमती और रंगमती नाम की 2 नदियों के किनारे एक महल, किला और देवी आशापुरा का मंदिर बनवाया था. राजा जाम रावल के साथ 36 तरह के राजपूत कच्छे से सीधा जामनगर आए थे. बता दें कि स्थानीय भाषा में जाम शब्द का अर्थ होता है सरदार. इस खिताब का सबसे पहले उपयोग जाम रावलजी जडेजा ने किया था.
शाही परिवार से रखते हैं रिश्ता
अजय जडेजा जिस जामनगर शाही परिवार से रिश्ता रखते हैं उसकी क्रिकेट में भी समृद्ध विरासत है. बता दें कि प्रतिष्ठित दलीप ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी का नाम भी जडेजा के रिश्तेदारों केएस दलीपसिंहजी और केएस रंजीतसिंहजी के नाम पर रखा गया है. अजय जडेजा ने साल 1992- 2000 तक भारत का प्रतिनिधित्व किया था. इस दौरान उन्होंने 196 वनडे मैच और 15 टेस्ट मैच खेले.
उत्तराधिकारी घोषित हुए अजय जडेजा
अजय जडेजा को अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हुए शत्रुशाल्यसिंहजी ने अपने घोषणापत्र में कहा,' दशहरा का त्यौहार पांडवों के वनवास से विजयी होकर लौटने का प्रतीक है. इस शुभ दिन पर, मैंने अपनी दुविधा का समाधान कर लिया है, क्योंकि अजय जडेजा ने मेरे उत्तराधिकारी बनने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है. मुझे पूरा विश्वास है कि अजय जडेजा जामनगर के लोगों के लिए एक आशीर्वाद होंगे और समर्पण के साथ उनकी सेवा करेंगे. मैं उनका बहुत आभारी हूं.'
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