मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत में एंटीलिया केस और अधिक गहराता जा रहा है. सचिन वाजे पर NIA का बढ़ता शिकंजा कई कद्दावर लोगों का चैन छीन रहा है. मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे को सात अप्रैल तक NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की कस्टडी में भेजा गया है.
मीना जॉर्ज रखती थी सचिन वाजे के पैसों का हिसाब किताब
NIA की जांच में अब ये बात निकल कर सामने आई है कि मीना जॉर्ज नाम की महिला सचिन वाजे के ना सिर्फ पैसों का हिसाब रखती थी बल्कि मुंबई के वर्सोवा इलाके में मौजूद DCB बैंक में सचिन वाजे और मीना जॉर्ज का जॉइंट वेंचर एकाउंट और लॉकर भी मौजूद था. सचिन वाजे की गिरफ्तारी से पहले इस जॉइंट वेंचर एकाउंट में करीब 26 लाख रुपये थे. इसके अलावा कुछ इम्पोर्टेन्ट डाक्यूमेंट्स भी मौजूद थे.
वाजे की गिरफ्तारी के बाद निकाली गई बड़ी रकम
13 मार्च को NIA सचिन वाजे को गिरफ्तार कर लेती है तो 18 मार्च को इस एकाउंट के लॉकर से सारी रकम को निकाल लिया जाता है. महज 4000 रुपये एकाउंट में रहने देते है. अब NIA इस बात की जांच कर रही है कि एकदम इतना पैसा क्यों निकाला गया और ये पैसे कहाँ से आये. मीना जॉर्ज का इसमें क्या रोल है. NIA के सूत्रों के मुताबिक मीना जॉर्ज ही सचिन वज़े के सारे पैसे को संभालने का काम करती थी.
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मीना जॉर्ज ने मुंबई से सटे मीरा रॉड इलाके में एक फ्लैट किराए पर ले रखा था. हालांकि सचिन वाजे के वकील आबाद पोंडा ने बताया है कि सचिन वाजे का कोई भी जॉइंट वेंचर एकाउंट मौजूद नही है.
NIA ने 13 मार्च को उसे गिरफ्तार किया था. शनिवार को ही उसकी कस्टडी खत्म हो रही थी लेकिन अब वो आगे बढ़ा दी गई है. इससे पहले सचिन वाजे के वकील ने कोर्ट में आवेदन दिया था कि उन्हें सीने में दर्द और हार्ट ब्लॉकेज की समस्या रहती है. इसके बाद NIA कोर्ट ने वाजे की मेडिकल रिपार्ट मागी थी.
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