दिल्ली: भारत ने जब से जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला किया है तब से पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने सचेत करते हुए कहा कि देश को किसी भी परिस्थिति के लिये तैयार रहना चाहिये. जम्मू और कश्मीर से जब से अनुच्छेद 370 हटाया गया है तब से ही पाकिस्तान सीमावर्ती इलाकों में लगातार सीजफायर तोड़ रहा है. LOC पर वो नापाक हरकत कर सकते हैं.
जनरल रावत ने ऐसा बयान क्यों दिया. हम आपको बताते हैं कि जनरल रावत के इस बयान के पीछे 5 बड़ी वजह क्या हैं.
वजह नंबर - 1
पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान लगातार LoC पर घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान हमेशा इस कोशिश में रहता है कि वो किसी भी प्रकार से भारत में शांति व्यवस्था खराब कर सके. जम्मू कश्मीर में आतंकवाद बढ़ाने के लिये पाकिस्तान अधिकतर घुसपैठ का सहारा लेता है.
वजह नंबर - 2
पाकिस्तान लगातार सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है. इससे वो भारत में आतंक बढ़ाने की अपनी पुरानी और शर्मनाक आदत बरकरार रखना चाहता है. पाकिस्तान पहले ही जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का विरोध कर रहा है.
वजह नंबर - 3
कल ही राजौरी के सुंदरबनी सेक्टर में पाकिस्तानी BAT की घुसपैठ की कोशिश नाकाम की थी. BAT यानी पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम. बैट ऐसी टीम है जो क्रूरता की सभी सीमाओं को लांघ जाती है. इस टीम पर आरोप है कि इसने दो भारतीय सैनिकों को मारने के बाद उनके शवों को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया था.
वजह नंबर - 4
हाल ही में सेना के ऑपरेशन में पाकिस्तान के 2 सैनिक मारे गए थे. इससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है.
वजह नंबर - 5
पाकिस्तानी BAT की घुसपैठ रोकने में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हुआ था. जबकि पाकिस्तान के दो सैनिक मारे गये थे. पिकासतान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है और हमेशा भारतीय सेना से मार खाता है.
अगस्त से अक्टूबर में 950 से ज्यादा बार सीजफायर उल्लंघन
आपको बता दें कि केंद्रीय राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में कहा था कि सीमा पर सीजफायर की घटनाएं अगस्त से अक्टूबर के बीच 950 से ज्यादा हो चुकी हैं. भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत का बयान ऐसे वक्त में आया है जब जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश बनाया जा चुका है और इसकी खीज पाकिस्तान आए दिन वैश्विक मंचों से जाहिर कर चुका है.
इमरान खान की कुर्सी खतरे में
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी खतरे में है. उन पर लगातार विपक्ष द्वारा इस्तीफा देने का दबाव बनाया जा रहा है. सेना की कृपा से इमरान कुर्सी पर बने हैं लेकिन सेना की कठपुतली के रूप में भी उनका प्रधानमंत्री बना रहना मुश्किल लग रहा है. इसलिये वो भारत के खिलाफ अपने झूठे प्रपेगंडा से पाकिस्तान के लोगों में अपनी छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले पिछले हफ्ते पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर लोकसभा में पास हुए नागरिकता संशोधन बिल का विरोध किया था. पाकिस्तान पहले ही जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का विरोध कर रहा था.
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