मुश्किल में आजम खान, जौहर विश्वविद्यालय पर योगी सरकार ने कसा शिकंजा

सपा नेता आजमा खान की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. उन पर योगी सरकार का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 21, 2020, 03:33 AM IST
    • जौहर यूनिवर्सिटी में अवैध कब्जे का मामला
    • आजम की पुनर्विचार याचिका खारिज
    • आजम खान पर करीब 80 मुकदमे दर्ज
मुश्किल में आजम खान, जौहर विश्वविद्यालय पर योगी सरकार ने कसा शिकंजा

लखनऊ: सांसद आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई जारी है. उत्तर प्रदेश के रामपुर में स्थित इस यूनिवर्सिटी की एक साइड की दीवार गुरुवार को तोड़ दी गई. इससे पहले इसी विश्वविद्यालय के उस गेट को तोड़ा गया था जो आजम खान ने अवैध जमीन पर कब्जा करके बनवाया था. आपको बता दें कि योगी सरकार आने के बाद से आजम खान के खिलाफ जांच जारी है और रामपुर के कई किसानों ने अदालत से न्याय मांगा है. किसानों का आरोप है कि आजम खान ने उनकी जमीन पर जौहर यूनिवर्सिटी बनवा दी है. 

जौहर यूनिवर्सिटी में अवैध कब्जे का मामला

जौहर यूनिवर्सिटी में चकरोडों पर अवैध कब्जे का मामला चल रहा था. राजस्व परिषद से केस जीतने के बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई की है. अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के संबंध में विवि प्रशासन को पहले ही नोटिस जारी कर दिया गया था. अब भारी पुलिस बल की तैनाती में यूनिर्सिटी स्थित मेडिकल कॉलेज की एक साइड की दीवार जेसीबी से तोड़ी जा रही है.

आजम की पुनर्विचार याचिका खारिज 

भाजपा नेता आकाश सक्सेना की शिकायत पर राजस्व परिषद द्वारा जौहर विश्वविद्यालय में स्थित चकरोडों को खाली करने के खिलाफ सपा सांसद आजम खां द्वारा दायर की गई पुनर्विचार याचिका खारिज करने के बाद सक्रिय प्रशासन ने पहले ही जौहर विश्वविद्यालय परिसर में स्थित 17.5 बीघा जमीन पर कब्जा ले लिया था. जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में कुछ समय पूर्व चकरोड की जमीन का एक्चजेंस किया गया था.

आजम खान पर करीब 80 मुकदमे दर्ज

समाजवादी पार्टी की राजनीति के जाने-माने चेहरा मोहम्मद आजम खान पर किसानों की जमीन जबर्दस्ती हथियाने से लेकर किताबें चुराने, मारपीट करने, बकरी और भैंस चुराने तक के मुकदमे लगाने का सिलसिला जारी है. रामपुर विधानसभा सीट से 10 बार विधायक और कई बार मंत्री बने आजम वर्तमान में लोकसभा सांसद हैं. पिछले दिनों लोकसभा में पीठासीन अधिकारी रमादेवी पर की गई उनकी एक कथित अभद्र टिप्पणी के मामले में भी उन्हें बुरी तरह से घेरा गया था. लेकिन उनके माफी मांगने पर मामला निपट गया था. 

ये भी पढ़ें- शाहीन बाग के लिए 'योगी फॉर्मूला' ही बेहतर

ट्रेंडिंग न्यूज़