नई दिल्ली: क्या सियासत ने अपने लिए वोट बैंक का फॉर्मूला ढूंढ लिया है? क्या ज्ञानवापी विवाद के सहारे 2024 की सियासी बिसात बिछ गई है? ज्ञानवापी का मामला कोर्ट में है, लेकिन नेताओं को इसका कोई ख्याल नहीं है. असदुद्दीन ओवैसी समेत कई नेता बिना कोर्ट का फैसला आए अपना फैसला सुना रहे हैं. उनके लिए वहां मस्जिद थी और कयामत तक रहेगी, तो बयान बहादुरों की लिस्ट में अब विनय कटियार का नाम भी जुड़ गया है.
'राम मंदिर की तरह चलाया जाएगा अभियान'
विनय कटियार ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन की तरह ही अब काशी में आंदोलन होगा. साथ ही साथ विनय कटियार ने ज्ञानवापी में मुसलमानों का प्रवेश बंद करने की भी मांग की है. उनका आरोप है कि वहां शिवलिंग की सुरक्षा को लेकर संशय है इसलिए प्रवेश पर रोक लगे.
विनय कटियार ने क्या-क्या कहा? पूरा बयान पढ़िए..
भाजपा से पूर्व राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने कहा कि 'वह मंदिर है पुराना मंदिर है आज भी भवन अवशेष दिखाई दे रहा है जिसको वह मस्जिद बोलते हैं झूठ बोलते हैं, क्योंकि पीछे का जो इसका थोड़ा गया है जहां पर शिवलिंग विराजमान रहा उस स्थान को डिस्टर्ब किया गया है और इस मंदिर को तोड़ने का काम किया गया है तो स्वाभाविक है. हमारे तीन स्थान एजेंडे में है सबसे पहले अयोध्या फिर काशी मथुरा यह तीन एजेंडे हमारे प्रमुख हैं. इन तीनों पर जाना है बारी-बारी अयोध्या निर्माण पर चला रहा है इसलिए अब दो बचे है.'
उन्होंने कहा कि 'अब काशी का नंबर है अब इसके बाद मथुरा का है तो देखेंगे तीनों में एक हो गया. अब दो बचे हैं अब दोनों में ताकत लगाई जाएगी पहले हम काशी का चयन करेंगे और काशी का आंदोलन शुरू होगा बड़ा आंदोलन होगा व्यापक आंदोलन होगा. जैसे घर-घर राम की डोली चली एक डोली चली, ऐसे ही बाबा काशी विश्वनाथ की पालकी चलेगी.'
शिवलिंग या फव्वारा? विवाद पर कटियार ने क्या कहा
विनय कटियार ने इस विवाद पर बोला कि 'हमारा कहना यह साफ है इस समय मुसलमानों के क्रियाकलापों को देखते हुए वह विवाद खड़ा कर रहे हैं. हमेशा बाबा विश्वनाथ का मंदिर रहा है. पीछे का भवन अवशेष दिखाई दे रहा है, वहां जहां शिवलिंग था वह भी स्थान है वहां पर मजार बना दे तो आखिरकार वहीं पर मजार क्यों बनाई. डमरू बाजेगा, काशी बम बम भोले का. देश के अंदर गूंजेंगे. यह काम करना है.'
'शिवलिंग को क्षत विक्षत किया जा रहा है'
उन्होंने कहा कि 'शिवलिंग को क्षत विक्षत करने का प्रयास कर रहे हैं. यह मेरा कहना है उसमें जो मुस्लिम पक्ष के लोग जा रहे हैं काम कर रहे हैं, उनका प्रवेश वर्जित किया जाए और जो लोग जा भी रहे वह मजिस्ट्रेट की देखरेख में, पुलिस की देखरेख में, वहां थोड़ी देर के लिए अनुमति देनी चाहिए.'
'जैसे राम जन्मभूमि के लिए हुई ताकि वह अब किसी भी प्रकार से उसी स्थान को डिस्टर्ब ना कर सके. दूसरी बात यह है जो लोग आ रहे हैं मुस्लिम पक्ष के लोग वह आए मत्था टेकने और जाए लेकिन थोड़े दिन के लिए प्रतिबंध लगाना पड़ेगा कि बाहर दरवाजे पर ही मत्था टेक ए और जाए अंदर आने की कृपा करें.'
विनय कटियार ने अदालत को कहा धन्यवाद
उन्होंने कहा कि 'वहां से भी समाचार आया कि शिवलिंग के साथ छेड़खानी कर रहे हैं. शिवलिंग के साथ छेड़खानी की जा रही हो, अगर ऐसे ही चलता रहा फिर छेड़खानी करते रहे तो उसको हटा देंगे यह ठीक नहीं है. मैं न्यायालय का धन्यवाद करना चाहूंगा कि न्यायालय ने तुरंत संज्ञान लिया और उस पर सख्ती कर दी तो यह न्यायालय के देखरेख में काम हो. हम नहीं कहते हम लोग के देखरेख में, हम लोग तो आंदोलनकारी नेता है लेकिन अदालत जो है न्याय देगी. दूसरे पक्ष की ओर से भी यह जिम्मेदारी बनती है कि वे ऐसा काम ना करें.'
'मुस्लिम समाज वहां से बेदखल किया जाए'
आगे उन्होंने कहा कि 'मुस्लिम समाज वहां से बेदखल किया जाए, उनकी छुट्टी की जाए. हां ऐसे घूमने आना चाहे कभी कदार तो आए मत्था टेक जाए. नंदी पर नंदी तो बाहरी बैठ जाए उनका मत्था टेका बाकी हम लोग उसकी मरम्मत करेंगे. उसकी भी देखरेख करेंगे जैसे शुरू करवाया राम जन्मभूमि, वैसे शुरू करेंगे काशी विश्वनाथ.. तो यह उसी की देखरेख में सब बनेगा राम जन्मभूमि का है यह बाबा विश्वनाथ की न्यास की ओर से बनेगा पूरा काम करना है.'
ओवैसी के बयान पर विनय कटियार का जवाब
कटियार ने ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'वह तो राम जन्मभूमि के लिए यही कहते रहे कि रहेगी हमेशा रहेगी अब क्या करेंगे. वह अब तो केवल अल्लाह की और आसमान की ओर देखें. उन्हें दिखाई तब दे देता है, कब ज्ञान हो रहा है पहले यहां का ध्यान पूरा होने दे, आराम से काशी जाएंगे.'
मथुरा विवाद पर क्या बोले विनय कटियार
उन्होंने कहा कि 'मथुरा में वहां पर कोई छेड़छाड़ हुई है, जहां भगवान कृष्ण की जन्म भूमि स्थान पर उसी के सामने दरवाजा है. जो हमारा जगमोहन बोलते थे वह कौन बना हुआ है. उसको वह कहते हैं हमारे अली मियां उतरे यहां पर उस प्रकार का काम करते हैं तो है ठीक नहीं है वहां पर भी चालू हो गया है आगे चालू रहेगा.'
कुतुब मीनार, जामा मस्जिद, ताजमहल.. इन सभी जगहों पर हमको जाना है, अब क्या होगा जमुना देवी का मंदिर है. जिसको जिसको दिल्ली में जामा मस्जिद बोलते हैं. ताजमहल है, तीनों तेजोमहल है यह सब तो मुक्त हो. यह स्थान खाली करो कि जनता आती है, स्थान खाली करो कि जनता आती है.. राम बता चुके हैं अब शंकर के भक्तों का डमरू बाजेगा तो भांगड़ा नाच होगा.
विनय कटियार ने की आगे की तैयारी
उन्होंने कहा कि 'देखते जाइए अभी क्या हो रहा है, अभी कुछ करना ठीक नहीं अभी तीन स्थानों का मामला है. अयोध्या तो हो गया है, दो का बाकी है. लेकिन हम निर्माणकारी नेता नहीं है. हम आंदोलनकारी नेता जिनको महारत हासिल निर्माण में वह निर्माण करें. जगह खाली करा देंगे, जगह खाली होती जाएगी.'
बीजेपी नेता विनय कटियार ने कहा कि ज्ञानवापी में मुस्लिमों की एंट्री पर बैन लगे. वहीं नियाज फारुखी ने कहा कि देश में नफरत का माहौल है. मतलब साफ है कि इस मसले पर सियासत तेज होती जा रही है.
राम मंदिर आंदोलन से सियासत की सीढ़ी चढ़ने वाले विनय कटियार ने कहा है कि अब काशी के लिए कारसेवा होगी. लेकिन यहां ये समझने की जरूरत है कि जब दो लोगों के बीच कोई विवाद होता है, तो वो कोर्ट में जाते हैं. क्योंकि वो जानते हैं कि सिर्फ कोर्ट ही सही फैसला सुना सकता है. लेकिन देश में मंदिर-मस्जिद के नाम पर आस्था की लड़ाई कोर्ट में चाहे बेशक चली गई है, पर अपने बयानों से नेता इस लड़ाई सड़क पर लड़ रहे हैं.
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