नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 'नेशनल हेराल्ड' समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के एक मामले में लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए और जांच एजेंसी उनसे पूछताछ कर रही है. राहुल से लगातार तीसरे दिन पूछताछ पर कांग्रेस भड़क उठी और कई नेता धरने पर बैठ गए.
ED दफ्तर के बाहर टायर में लगाई आग
इस दौरान कई कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल काटा और ED दफ्तर के बाहर टायर में आग लगा दी. राहुल के जरिए कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि राहुल गांधी पीएम मोदी का मुकाबला कर रहे हैं. इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस पर भी आरोप लगाया कि कांग्रेस मुख्यालय में दिल्ली पुलिस घुस गई. कांग्रेस इसके लिए FIR की मांग कर रही है, तो वहीं पुलिस इससे इनकार कर रही है.
#WATCH | Delhi: Congress workers outside the Enforcement Directorate office burn tires in protest to the ED probe against party leader Rahul Gandhi in the National Herald case. pic.twitter.com/eG3Qnq57oX
— ANI (@ANI) June 15, 2022
वहीं कांग्रेस नेता शेख हुसैन ने PM मोदी पर आपत्तिजनक बयान दिया, जिसके बाद नागपुर में FIR दर्ज हुई. राहुल के समर्थन में कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों के प्रदर्शन पर BJP ने निशाना साधा और सवाल पूछा कि अपने राज्य छोड़कर दिल्ली में क्या कर रहे हैं?
सुबह साढ़े 11 बजे ईडी ऑफिस पहुंचे राहुल
राहुल गांधी सीआरपीएफ जवानों की 'जेड प्लस' श्रेणी की सुरक्षा के साथ सुबह करीब 11 बजकर 35 मिनट पर मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय पहुंचे. उनके साथ उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी थीं, हालांकि अपने भाई को ईडी कार्यालय तक छोड़ने के बाद प्रियंका चली गईं.
अधिकारियों ने बताया कि राहुल गांधी से दोपहर 12 बजे पूछताछ शुरू हुई. संघीय जांच एजेंसी के कार्यालय के आसपास पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है तथा आपराधिक दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है.
ईडी ने कांग्रेस नेता से मंगलवार को 11 घंटे से अधिक और सोमवार को 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी. जांच एजेंसी ने राहुल गांधी से आज भी पेश होने के लिए कहा था. कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के तीसरे दिन भी विरोध-प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया.
कांग्रेस मुख्यालय के पास धारा 144 लागू
पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय से सटे इलाके में धारा 144 लागू कर रखी है. मुख्य विपक्षी दल ने दावा किया कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को कांग्रेस मुख्यालय पहुंचने से रोका जा रहा है तथा सिर्फ दो मुख्यमंत्रियों अशोक गहलोत एवं भूपेश बघेल को '24 अकबर रोड' पहुंचने की अनुमति दी गई है. पार्टी ने यह भी कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी झुकने वाले नहीं हैं.
कांग्रेस के अनुसार, सांसद मणिकम टैगोर, ए. चेल्ला कुमार, अमर सिंह और जयकुमार विजय वसंत तथा भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया. पार्टी सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि पुलिस ने उनके आवास को 'सील' कर दिया है.
उन्होंने ट्वीट किया, 'आज सुबह से मेरे दिल्ली निवास स्थान को दिल्ली पुलिस ने सील कर रखा हैं, घर पर परिवार के साथ-साथ सैकड़ों समर्थक भी उपस्थित है…क्या दिल्ली में शांतिपूर्ण मार्च प्रदर्शन करना गुनाह है?'
23 जून को पेश होंगी सोनिया गांधी
ईडी धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत राहुल गांधी का बयान दर्ज कर रही है. इसी मामले में ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है. सोनिया गांधी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्वस्थ हैं और फिलहाल सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं.
अधिकारियों के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ ईडी की जांच का हिस्सा है, ताकि 'यंग इंडियन' और 'एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड' (एजेएल) के हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेन-देन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके. 'यंग इंडियन' के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य नेता शामिल हैं.
कांग्रेस का कहना है कि उसके शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं तथा ईडी की कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति के तहत की जा रही है. दिल्ली की एक निचली अदालत द्वारा 'यंग इंडियन' के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिए जाने के बाद एजेंसी ने पीएमएलए के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज किया था.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस संबंध में 2013 में एक शिकायत दर्ज कराई थी. स्वामी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य पर धोखाधड़ी की साजिश रचने एवं धन के गबन का आरोप लगाया था और दावा किया था कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने 90.25 करोड़ रुपये की वसूली का अधिकार प्राप्त करने के लिए केवल 50 लाख रुपये का भुगतान किया, जो एजेएल पर कांग्रेस का बकाया था.
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