नई दिल्ली. रविवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई छात्र हिंसा ने मुंबई में बैठी फिल्म तारिका दीपिका पादुकोण को इतना आहत किया कि वे उठ कर दिल्ली चली आईं और उन छात्रों का समर्थन करने लगीं जो दुनिया में टुकड़े-टुकड़े गैंग के नाम से कु-ख्यात हैं. लेकिन दीपिका इस तरह की हरकतें कर के लाइमलाइट में अवश्य आ सकती हैं पर इस तरह उनकी फ़िल्मी कमाई को कोई फायदा नहीं पहुंचाने वाला है.
बीजेपी नेताओं ने की कड़ी निन्दा
अलगाववादी छात्रों के समर्थन से दीपिका पादुकोण की सोच खुल कर सामने आ गई है. इससे न केवल उनकी छवि को नुकसान पहुँचने वाला है बल्कि उनकी फिल्मों की कमाई को भी चोट लग सकती है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने दीपिका की इस अलगाववादी सोच की जम कर भर्त्सना की.
'दीपिका की फिल्मों में लगा है दाउद का पैसा'
भाजपा नेताओं ने दीपिका की जड़ पर प्रहार करते हुए ये खुलासा किया कि दीपिका पादुकोण वह फिल्म तारिका है जिसकी फिल्मों में दाऊद अब्राहम का पैसा लगता है. ज़ाहिर है इतनी बड़ी बात यूँ ही नहीं कही जा सकती. और चूंकि अब ये राज़ राजनीतिज्ञों द्वारा खोल कर सामने ला दिया गया है तो इससे दीपिका को काफी नुकसान पहुँच सकता है.
शुरू हुआ बहिष्कार अभियान
दीपिका की इस हरकत से देश भर में उनका और उनकी आने वाली फिल्म 'छपाक' के बायकॉट की मुहिम शुरू कर दी है. इस मुहिम के समानांतर ही बीजेपी नेताओं ने भी दीपिका पादुकोण को क्षमा नहीं किया है. वरिष्ठ भाजपा नेता राकेश सिन्हा ने दीपिका के देश विरोधी लोगों के साथ खड़े होने की घटना के बाद खुलासा किया है कि दीपिका की फिल्मों में आतंकवादी दाउद का पैसा लगा हुआ है.
तिहरा नुकसान पहुँच सकता है दीपिका को
दीपिका पादुकोण ने तो अपनी समझ में बड़ा ही समझदारी का काम किया था और जानते हुए भी कि कन्हैया कुमार टुकड़े-टुकड़े गैंग का मुखिया है, उसके साथ जा कर जेएनयू में उसके साथियों को समर्थन दे दिया. इससे दीपिका की कलई खुल कर सामने आ गई है. एक तरफ तो उनके प्रशंसकों की संख्या कम होने लगी है, दूसरा दर्शकों की घटने वाली संख्या उनकी फिल्मों की कमाई पर सीधा असर डालेगी, तीसरा नुकसान उनको ये होगा कि विवादों में पड़ने से उनको मिलने वाली फिल्मों की संख्या में भी कमी आ सकती है.
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