दिशा रवि को UAPA में फंसने का था खौफ, निकिता के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी

टूलकिट एडिट के आरोप में गिरफ्तार दिशा रवि को UAPA में फंसने का अंदेशा था. ग्रेटा के साथ WhatsApp चैट में खुलासा हुआ है. वहीं निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 15, 2021, 05:44 PM IST
  • देश से साजिश की 'दिशा' मिल गई?
  • किस 'दिशा' में जा रही है कांग्रेस?
  • 'डिजाइनर' विरोध भी टूलकिट का पार्ट?
  • दिशा के लिये कौन-कौन 'दिशा'हीन?
दिशा रवि को UAPA में फंसने का था खौफ, निकिता के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी

नई दिल्ली: किसान आंदोलन के नाम पर 26 जनवरी को दिल्ली की सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर क्या हुआ, इसे पूरी दुनिया ने देखा. लेकिन देश के स्वाभिमान को कुचलने वाली साजिश की पूरी स्क्रिप्ट धीरे-धीरे पूरी तरह साफ हो रही है.

अदालत की चौखट पर निकिता जैकब

आरोपी वकील निकिता जैकब ने ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है. दिल्ली की एक अदालत ने इस मामले में निकिता जैकब और एक अन्य आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है.

जैकब ने सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायाधीश पी. डी. नाइक (PD Naik) की एकल पीठ से याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया. उच्च न्यायालय (High Court) ने कहा कि मंगलवार को याचिका पर सुनवाई होगी.

निकिता जैकब (Nikita Jacob) ने चार सप्ताह के लिए ट्रांजिट अग्रिम जमानत की मांग की है, ताकि वह दिल्ली में अग्रिम जमानत याचिका दायर करने के लिए संबंधित अदालत का रुख कर सके.

रडार पर निकिता जैकब और शांतनु

ग्रेटा थनबर्ग द्वारा शेयर किए गए 'टूलकिट' दस्तावेज मामले में 2 और कार्यकर्ताओं की भूमिका सवालों के घेरे में है. इसे लेकर पेशे से मुंबई की एक वकील निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं.

इस मामले में पहले ही बेंगलुरु के एक कॉलेज की स्टूडेंट दिशा रवि को साजिश और देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है और इसे लेकर लोगों में खासी नाराजगी भी है.

दिल्ली में हिंसा भड़काने की साजिश

किसान आंदोलन के नाम पर लोगों को भड़काने की पूरी साजिश का ब्लूप्रिंट दिल्ली से हजारों मील दूर कनाडा से तैयार हो रहा था. ये प्लान किन लोगों ने तैयार किया और देश के कुछ लोगों ने इसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. इस साजिश के एक-एक किरदार अब सामने आ रहे हैं.

बेंगलुरु की पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि ने ग्रेटा थनबर्ग से संपर्क किया था और ग्रेटा थनबर्ग  ने क्या किया, वो हर कोई जानता है. इस नए खुलासे ने हिंसा की साजिशों की पूरी पोल खोल कर रख दी है.

अब जब इस मामले में दिशा रवि की गिरफ्तारी हो चुकी है, दिशा पर टूलकिट का इस्तेमाल कर किसान आंदोलन के नाम पर देश के खिलाफ साजिश रचने का आरोप है.

दिल्ली पुलिस के मुताबिक दिशा ही टूलकिट मामले में मुख्य साजिशकर्ता है. दिशा ने ही खालिस्तान समर्थकों  के साथ मिलकर टूलकिट बनाई थी. इतना ही नहीं दिशा ने टूलकिट को फैलाने के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप भी बनाया था. ये सब करने के बाद दिशा ने अपने मोबाइल फोन से सारा डाटा भी डिलीट कर दिया था.

उस पर IPC की चार धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं. जिसमें ये सारे आरोप लगाए गए हैं.

दिशा रवि पर कौन से आरोप

124A यानी देशद्रोह
153 यानी हिंसा भड़काने के इरादे से साजिश
153A मतलब- समुदायों के बीच नफरत फैलाना
120B यानी आपराधिक षड्यंत्र

कोर्ट ने दिशा रवि को 5 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, वहीं टूलकिट केस की दूसरी आरोपी निकिता जैकब के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी करवाया है. गिरफ्तारी से बचने के डर से निकिता फरार हैं. उनकी ओर से बॉम्बे हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ सुरक्षा की मांग की है.

देश के खिलाफ साजिश रचने वाली दिशा के खिलाफ जैसे ही दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई की, विपक्ष एकजुट हो गया है. देश के खिलाफ साजिश के बीच सियासी समर्थन का खेल शुरू हो गया है. दिशा का इस्तेमाल सियासी टूल की तरह होने लगा है. कांग्रेस के कई नेता दिशा के पक्ष में आवाज उठा रहे हैं.

टूलकिट पर राजनीति चमकाने की कोशिश

वहीं Toolkit केस में पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद देश में इसपर सियासत तेज हो गई है. 

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इस मामले में ट्वीट कर राजनीति चमकाने की कोशिश की है. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिशा की गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर अभूतभूर्व हमला बताया है.

इसे भी पढ़ें- 'टूलकिट' की आरोपी को कांग्रेस का समर्थन, खालिस्तानी लिंक पर बड़ा खुलासा

दिशा की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस की राजनीतिक को बीजेपी ने सियासी स्टंट बताया है.

जिस दिशा रवि ने 26 जनवरी हिंसा को लेकर साइबर स्ट्राइक के लिए बनाई गई टूलकिट को एडिट किया था उसमें कुछ चीजें जोड़ी और उसके आगे सर्कुलेट किया था जिसकी वजह से दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा हुई. उसे बचाने के लिए विपक्ष डर्टी पॉलिटिक्स कर रहा है.

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने राहुल गांधी पर कहा है कि 'चंद मुट्ठी भर लोग हैं, जो आंदोलन की आड़ में साजिश रच रहे हैं. ये लोग विदेशों से मोटी रकम लेकर देश को अस्थिर करना चाहते हैं. विपक्ष किसानों को बहकाकर देश में अशांति फैलाना चाहता हैं.'

AAP नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा है कि 'जो देश के पर्यावरण के रक्षा के लिए संघर्ष कर रही है उसके उपर राष्ट्रद्रोह लगा दिया, वो राष्ट्र द्रोही हैं? इस देश में रास्ता नहीं बचा है, सिवाय इसके की लोग सड़क पर उतर कर संघर्ष करें.'

AAP नेता राघव चड्ढा ने कहा है कि आज मोदी सरकार युवा से डरी हुई है, 21 साल की स्टूडेंट को अरेस्ट किया, बिना ट्रांजिट रिमांड लिए. ये आपातकाल नहीं है तो क्या है? दिशा रवि को तुरंत रिहा कराया जाए.

क्या होती है टूलकिट?

  • किसी अभियान को ट्रेंड कराने के लिए दिशानिर्देश
  • हैशटैग, टैग कराने वाले अकाउंट की जानकारी
  • वीडियो और फोटो से संबंधित जानकारी मौजूद
  • ट्विटर पर ट्रेंड कराने के लिए जानकारी, सामग्री
  • तारीख-समय तय, सिर्फ कॉपी-पेस्ट की जरूरत
  • हैशटैग से किसी के खिलाफ माहौल का हथियार

क्या है टूलकिट मामला?

26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली गई. कृषि कानूनों के विरोध के नाम पर दिल्ली में हिंसा हुआ. पहले पॉप स्टार रिहाना फिर ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया. ग्रेटा थनबर्ग ने ट्विटर पर टूलकिट भी शेयर किया था. विवाद के बाद ग्रेटा ने टूलकिट वाला ट्वीट हटाया.

टूलकिट एडिट के आरोप में गिरफ्तार दिशा रवि को UAPA में फंसने का अंदेशा था. ग्रेटा के साथ WhatsApp चैट में खुलासा हुई है, वहीं दिशा के समर्थन में कांग्रेस उतर गई है.

दिशा और ग्रेटा के बीच 'टूलकिट' जारी होने के बाद क्या Whatsapp Chat हुई थी आपको बताते हैं.

क्या ये हो सकता है कि हम अभी कुछ समय तक कुछ न कहें
मैं अपने वकील से बात करूंगी
मैं माफी चाहती हूं पर हमारा नाम इसमें है
हमारे खिलाफ UAPA की धारा लग सकती है

इसे भी पढ़ें- दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा, 'आरोपी ने टूलकिट बनाने की बात कबूल की'

कांग्रेस से लेकर पीडीपी तक फिलहाल हर कोई उसी दिशा रवि के साथ खड़ा है, जबकि भारत में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट कर चर्चा में आईं मीना हैरिस को अब व्हाइट हाउस के वकीलों ने चेतावनी दी है कि वो अपना ब्रांड चमकाने के लिए कमला हैरिस के नाम का इस्तेमाल न करें. मीना, अमेरिकी उपराष्ट्रति कमला हैरिस की भांजी हैं और पेशे से वकील हैं. 

इसे भी पढ़ें- Farmers Protest: टूलकिट मामले में गिरफ्तार दिशा रवि 5 दिन की पुलिस रिमांड पर

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