नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के पूर्व प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रवि नारायण को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. संघीय जांच एजेंसी ‘को-लोकेशन घोटाला’ मामले और कर्मचारियों के फोन अवैध तरीके से टैप करने के आरोपों से जुड़े दो आपराधिक मामलों के तहत नारायण की भूमिका की जांच कर रही है.
चित्रा रामकृष्ण की भी हुई थी गिरफ्तारी
समझा जाता है कि नारायण को फोन टैप करने के मामले में धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया. ईडी ने इससे पहले एनएसई की एक अन्य पूर्व एमडी एवं सीईओ चित्रा रामकृष्ण को कथित रूप से फोन टैप करने के मामले में गिरफ्तार किया था.
संजय पांडे की भी हो चुकी है गिरफ्तारी
इसी मामले की समानांतर जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उन्हें ‘को-लोकेशन’ मामले में गिरफ्तार किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने कथित अवैध फोन टैपिंग मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को भी गिरफ्तार किया है.
मामले में सनसनी मचा चुकी हैं चित्रा
मामले चित्रा रामकृष्ण ने यह कहकर सनसनी मचा दी थी कि वो NSE के मामलों में एक 'हिमालयन योगी' के साथ जानकारी साझा करती रही थीं. लेकिन बाद में पूरा मामला उलट गया था. बाद में उस योगी की पहचान चित्रा के पूर्व सहयोगी के तौर पर हुई थी. चित्रा ने उस सहयोगी को मोटे वेतन पर रखा था. सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी ने चित्रा रामकृष्ण पर गोपनीय जानकारियां लीक करने का आरोप लगाया है.
यह भी पढ़िएः आबकारी नीति घोटाले में ED का ऐक्शन, 38 जगहों पर छापेमारी
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.