लखनऊ: सद्भावना एक्सप्रेस में छापेमारी करने वाली नाका पुलिस की टीम ने मानव तस्करी के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया है. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी), पश्चिम क्षेत्र, चिरंजीव सिन्हा और नाका निरीक्षक मनोज कुमार मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम द्वारा छापेमारी एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जब ट्रेन मंगलवार को चारबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंची.
दो नाबालिगों समेत तीन लड़कियों को छुड़ाया
गिरफ्तार लोगों की पहचान उन्नाव के जान मोहम्मद, मोहम्मद हासिम, लतीफ, शकील, शाहिद अली और अरमान के रूप में हुई है. टीम ने दो नाबालिगों समेत तीन लड़कियों को छुड़ाया है. एडीसीपी सिन्हा ने कहा कि उन्हें 14 फरवरी को मानव तस्करी के बारे में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा सूचित किया गया था.
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उन्होंने कहा कि हमने लीड पर काम किया और अपराध में शामिल गिरोह के बारे में जानकारी एकत्र की. जिसके बाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर जाल बिछाया. ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचने के बाद, हमने कोचों की जांच की. उन्होंने कहा कि जान मोहम्मद और मोहम्मद हासिम सहित चार लोगों को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
शादी करवाकर महिलाओं को फंसाते थे
पुलिस ने दो नाबालिगों से भी पूछताछ की और उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें जान मोहम्मद और उनके लोगों ने मानव तस्करी का लालच दिया था. सिन्हा ने कहा कि अपने कबूलनामे में जान मोहम्मद और उसके सहयोगी मोहम्मद हासिम ने कहा कि वह और उसके गिरोह के सदस्य परिचित युवकों से शादी करवाकर महिलाओं को फंसाते थे. उन्होंने कहा कि वह और उनके सहयोगी महिलाओं को चंपारण से दूसरे शहरों और राज्यों में ले जाते है और उन्हें अलग-अलग पुरुषों को बेच देते है. उसने कबूल किया कि यह गिरोह सौदे के दौरान लड़कियों और महिलाओं के परिवार को रिश्वत देता था.
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