Gujarat News: जहां एक और दलित को आर्थिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार तमाम कदम उठा रही है, वहीं गिजारत के मोरबी शहर से शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आ रही है, जहां एक महिला व्यवसायी ने अपने एक पूर्व कर्मचारी पर बर्बरता की हदें पार कर दीं. कर्मचारी महिला के पास महीने की सैलरी मांगने गया था. वेतन मांगने पर महिला एकदम से भड़क गई और उनसे दलित युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी. इतने से भी जब महिला का मन नहीं भरा, तो उसने युवक को अपनी सैंडल मुंह से उठाने के लिए कहा. इसके बाद महिला ने युवक से माफी मांगने के लिए कहा. मामले को संज्ञान में लेकर पुलिस ने महिला और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया और मामले की जांच में जुट गई.
यह है पूरा मामला...
गुजरात के मोरबी शहर में एक महिला ने 21 वर्षीय दलित व्यक्ति के वेतन मांगने पर उसके साथ जमकर मारपीट की और उसे मुंह से अपनी सैंडल उठाने के लिए कहा इसके बाद 21 वर्षीय दलित युवक से माफी मांगने के लिए कहा. दरअसल आरोपी विभूति पटेल रानीबा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड की मालकिन हैं, जिसका कार्यालय रावापार चौराहे पर एक व्यावसायिक परिसर में है. पीड़ित की जानकारी के मुताबिक रानीबा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में 12,000 रुपये के मासिक वेतन पर काम पर रखा. 18 अक्टूबर को उसने दलसानिया को अचानक नौकरी से निकाल दिया. इस पर जब दलसानिया ने कंपनी में 16 दिन तक काम करने के बदले अपना वेतन मांगा तो पटेल ने इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और उसके फोन कॉल का भी जवाब देना बंद कर दिया. जाला ने कहा, ‘‘दलसानिया और उसका भाई मेहुल एक पड़ोसी व्यक्ति भावेश के साथ जब बुधवार की शाम को पटेल के कार्यालय पर पहुंचे तो महिला करोबारी का भाई ओम पटेल भी अपने आदमी के साथ वहां पहुंच गया और तीनों पर हमला करना शुरू कर दिया.
जांच में जुटी पुलिस
पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ तहरीर दी कि विभूति पटेल ने उसे थप्पड़ मारा और रानीबा इंडस्ट्रीज के अंदर परिसर के फर्श पर उसे घसीटा. इसमें कहा गया है कि आरोपियों में शामिल परीक्षित पटेल, ओम पटेल और छह-सात अन्य अज्ञात लोगों ने उसे बेल्ट से मारा और लात-घूंसे चलाए. प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि वेतन मांगने पर विभूति पटेल ने अपना सैंडल उसे मुंह से उठाने और माफी मांगने के लिए मजबूर किया. महिला पर आरोप है कि उसने उसे रावापार चौराहा इलाके में दोबारा दिखाई देने पर जान से मारने की धमकी दी. इसके अलावा आरोपियों ने एक वीडियो बनाया जिसमें उसे यह कहने के लिए बाध्य किया गया है कि वह विभूति के कार्यालय में पैसों की वूसली करने पहुंचा था। पुलिस ने कहा कि घर लौटने पर दलित व्यक्ति को मोरबी सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां उसका उपचार चल रहा है। जाला ने कहा, ‘‘सभी आरोपियों पर हमला करने, आपराधिक धमकी देने, लूटपाट करने और अनुसूचित जाति-जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.