नई दिल्लीः कहने को आसमान में अनगिनत तारे होते हैं, लेकिन नजरें अक्सर जाकर ध्रुव तारे पर ही अटक जाती हैं. ऐसा ही असर जिंदगी के इस सफर का भी है, जब भीड़ में कोई एक ध्रुव तारे सा चमकता है. एक कविता जो अक्सर सफलता के मिसाल के तौर पर कही जाती है कि-
''कोई चलता पदचिन्हों पर, कोई पदचिन्ह बनाता है ,
बस वही सूरमा वीर पुरुष ,दुनिया में पूजा जाता है
देता संघर्षों को न्योता, मानवता की खातिर जग में ,
जो दान रक्त का देकर भी,अपना कर्तव्य निभाता है
बस वही सूरमा'' .....
लेकिन यहां जो कहानी हम आपको सुनाने जा रहे हैं वो किसी वीर पुरुष की नहीं है. बल्कि एक ऐसी महिला ऑफिसर की कहानी है जिसकी काबिलियत का लोहा आज भारत ही नहीं दुनिया भी मान रही है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं सीबीआई अधिकारी शारदा राउत की जिन्होंने भारत के भगोड़े मेहुल चोकसी को वापस लाने के लिए अबतक अहम भूमिका निभाई है. आइए जानते हैं कि कौन है ये लेडी सिंघम..
पीएनबी घोटाला जांच की अगुवा
बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले का आरोपी और भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर डोमिनिका की अदालत में आज यानी बुधवार को सुनवाई होगी. चोकसी को भारत लाने की दिशा में बड़ा योगदान सीबीआई महिला अधिकारी शारदा राउत का ही है.
आईपीएस शारदा राउत ने पीएनबी घोटाला मामले की जांच की अगुवाई की थी. वहीं अब शारदा राउत डोमिनिका से मेहुल चोकसी को वापस लेने गई 6 सदस्यीय सीबीआई टीम का नेतृत्व कर रही हैं.
डोमानिका में हैं शारदा राउत
दरअसल, चोकसी को लाने के लिए अधिकारियों की एक टीम डोमनिका पहुंच चुकी है. इस 6 सदस्यीय टीम में सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और सीआरपीएफ के दो- दो सदस्य शामिल हैं. महिला अधिकारी शारदा राउत इस टीम की अहम सदस्य हैं.
राउत का जन्म महाराष्ट्र के नासिक जिले में हुआ. वह 2005 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. उनके काम करने का एक अलग ही स्टाइल है.
क्राइम पर लगाई थी लगाम
बताते हैं कि महाराष्ट्र के पालघर जिले में एसपी रहते हुए शारदा राउत ने क्राइम पर काफी हद तक कंट्रोल कर लिया था. नागपुर, मीरा रोड, नंदुबार, कोल्हापुर, मुंबई कई जगहों पर इनकी पोस्टिंग रही.
अपने काम के प्रति उनकी जो ईमानदारी है, उसकी तारीफ उनके महकमे में भी होती है. कई लोग उन्हें लेडी सिंघम के नाम से भी बुलाते हैं.
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ऐसे गिरफ्त में आया चोकसी
भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी 23 मई की शाम को एंटीगुआ स्थित अपने घर से गायब हो गया था. लापता की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई. लेकिन जैसे ही वो डोमिनिका पहुंचा, उसे अधिकारियों ने पकड़ लिया.
इसके बाद एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउने ने डोमिनिका की कोर्ट से चोकसी को सीधे भारत भेजने का आग्रह किया था. उन्होंने यह भी आशंका जताई थी कि डोमिनिका में मेहुल गर्लफ्रेंड के चक्कर में पकड़ा गया. अब मेहुल के भारत वापसी को लेकर डोमानिका की अदालत में बुधवार को सुनवाई होगी.
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