नई दिल्ली: शहीद सीडीएस जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिणी ने आज सुबह शनिवार को दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट से अपने माता-पिता की अस्थियां एकत्र कीं. उनकी अस्थियों का विसर्जन उत्तराखंड के हरिद्वार में किया जाएगा. वीआईपी घाट पर सुबह दस बजे बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका रावत की अस्थियां विसर्जित की जाएंगी. इसके लिए पूरा परिवार हरिद्वार पहुंच रहा है.
इससे पहले दिल्ली से शनिवार सुबह छह बजे सेना का विशेष विमान सीडीएस बिपिन रावत की अस्थियां लेकर जौलीग्रांट के लिए रवाना हुआ. जौलीग्रांट हवाई अड्डे से सड़क मार्ग से ससम्मान अस्थियां हरिद्वार लाई जाएंगी.
स्मृति में भव्य शहीद धाम बनाएंगे
हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और निरंजनी अखाड़ा ने कहा कि अखाड़े और संत समाज मिलकर जनरल बिपिन रावत की स्मृति में भव्य शहीद धाम बनाएंगे.जो उत्तराखंड का पांचवां धाम बनेगा.
ये भी पढ़ें- Farmers Protest: बॉर्डर से हटाए जाने लगे हैं बैरिकेड्स, आज विजय रैली के बाद लौट जाएंगे किसान
डीएम ने बताया कि अस्थियों को उनकी बेटियां कृतिका और तारिणी व पारिवारिक सदस्य हरिद्वार लेकर आएंगे. उनके काफिले में करीब छह से सात वाहन होंगे. डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के पहुंचने की भी संभावना है. हालांकि इसका लिखित कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है.
8 दिसंबर को हुई थी हेलीकॉप्टर हादसे में मौत
आपको बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली कैंट में शाम को जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया था. दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने एकसाथ उन्हें मुखाग्नि दी थी. सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत अन्य सैन्य अधिकारियों का 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना में आकस्मिक निधन हो गया था.
ये भी पढ़ें- कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले वायुसेना के इन चार जवानों की हुई पहचान
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.