नई दिल्ली: Maldives Envoy Meeting with MEA: मालदीव के मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी, इसके बाद भारत ने सख्त रवैया अपनाया है. विदेश मंत्रालय ने मालदीव के उच्चायुक्त को तलब कर मालदीव के तीन मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की. विदेश मंत्रालय ने सोमवार को मालदीव के राजदूत इब्राहिम शाहीब को तलब किया था.
विदेश मंत्रालय ने उच्चायुक्त से क्या कहा?
जानकारी के मुताबिक, विदेश मंत्रालय ने मालदीव के राजदूत इब्राहिम शाहीब से साफ़ कह दिया है कि कि मालदीव ने भारत के संग द्विपक्षीय संबंध खराब कर दिए हैं. इन्हें वापस पटरी पर लाने की जिम्मेदारी मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की है. साथ ही विदेश मंत्रालय ने इब्राहिम से मालदीव के तीनों निलंबित मंत्रियों को बर्खास्त करने की भी मांग की है.
मालदीव के राष्ट्रपति की चुप्पी भारत खफा
दरअसल, माना जा रहा है कि भारत मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू की चुप्पी से काफी खफा है. यही कारण है कि विदेश मंत्रालय ने आगे के हालात को मैनेज करने की जिम्मेदारी राष्ट्रपति मोइज्जू की बताई है. मंत्रालय मालदीव के उच्चायुक्त से तीनों मंत्रियों को निलंबित तक सीमित नहीं रखकर, बर्खास्त करने की मांग की है.
चीन के कारण मंत्रियों को भड़काया
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मालदीव के मंत्रियों को चीन की ओर से भड़काय गया है. मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आर्थिक मदद मांगने के लिए गए, उसकी पूर्व संध्या पर उप मंत्रियों से जानबूझकर ऐसे बयान दिलवाए गए हैं. हालांकि, अभी तक इस दावे का कोई तथ्य सामने नहीं आया है.
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने दी सफाई
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने अपने मंत्रियों की टिप्पणी पर सफाई दी है. मंत्रालय ने कहा कि हमारी सरकार विदेशी नेताओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों से अवगत है. ये मंत्रियों की निजी राय है, मालदीव सरकार उनके विचारों का समर्थन नहीं करती.
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