मजहबी और जमाती ठेकेदारों ने लिखा "जेहाद का नया अध्याय"

महजबी ठेकेदारों ने जेहाद के प्रकार में एक नया अध्याय जोड़ दिया है. जेहाद के इस नए अध्याय "कोरोना जेहाद" को फिलहाल तीन हिस्सों में विभाजित किया गया है. पहला- थूकने का जेहाद, दूसरा- मारने का जेहाद और तीसरा- बेशर्मी का जेहाद

Written by - Ayush Sinha | Last Updated : Apr 3, 2020, 06:25 AM IST
    1. जेहाद के प्रकार में जुड़ा 'नया अध्याय'
    2. कोरोना वॉरियर्स पर थूकने वाली 'जमात'
    3. कोरोना वॉरियर्स पर पत्थर फेंकने वाले कौन?
    4. कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ जेहादियों का वार
    5. जिंदगी बचाने वालों पर जानलेवा हमला क्यों?
मजहबी और जमाती ठेकेदारों ने लिखा "जेहाद का नया अध्याय"

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए हर कोई एहतियात बरत रहा है, लेकिन कुछ मजहबी और जमाती आजकल जेहाद का नया अध्याय लिखने में जुटे हुए हैं. इस जेहाद के नए अध्याय का नाम "कोरोना जेहाद" है. जिसे फिलहाल 3 हिस्सों में विभाजित किया गया है.

शुरू हो गया 'जेहाद का नया चैप्टर'

देश में रहने वाले हर आदमी को इस वक्त यही चिंता है कि वो और उसका परिवार कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रहे. लोग तमाम तरह के एहतियात बरत रहे हैं, पूरा देश अपने घर में है. ऐसे हाल में जो लोग अभी काम कर रहे हैं, लोगों की जान बचाने में जुटे हैं लोग उनका सम्मान कर रहे हैं. लेकिन इसी देश में एक वर्ग ऐसा है जो जिंदगी बचाने में जुटे लोगों पर हमले कर रहा है उनपर थूक रहा है. कोरोना से जंग के बीच इस मानसिकता और सोच से भी लड़ना एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है. इन लोगों का जेहाद सिर्फ थूकने तक सीमित नहीं है. 

आपको याद होगा जब से ज़ी मीडिया समूह के न्यूज़ चैनल ZEE NEWS के खास कार्यक्रम DNA में कश्मीर के जेहादियों को एक्सपोज किया था, तब से विभिन्न क्षेत्रों के जेहादी भड़के हुए हैं. क्योंकि ज़ी मीडिया ने उस वक्त जेहाद के प्रकार का पूरा DNA टेस्ट किया था. उस वक्त देश के नंबर 1 शो डीएनए की हर किसी ने खूब प्रशंसा की थी.

Zee News जेहाद के दो प्रकार की पूरी सच्चाई देश के सामने रखी थी. अब इस दो प्रकार के जेहाद में एक और प्रकार जुड़ गया है. इस नए "कोरोना जेहाद" के अबतक कुल 3 हिस्सों का विस्तार किया जा चुका है.

कोरोना जेहाद

  1. थूकने का जेहाद
  2. मारने का जेहाद
  3. बेशर्मी का जेहाद

कोरोना के जेहादियों ने इन तीन प्रकार के जेहाद को अपना हथियार बना लिया है. पहला है थूकने का जेहाद, जिसके तहत मजहबी कट्टरपंथिों ने थूक कर कोरोना फैलाने का ठेका लिया है. जबकि दूसरा प्रकार मारने का है. तो वहीं तीसरा प्रकार बेशर्मी का है. आपको एक-एक करके इस जेहाद को उदाहरण के साथ समझाते हैं.

1). थूकने का जेहाद

कोरोना वॉरियर्स पर थूकने वाली 'जमात'

हैरान है पूरा देश, कोरोना से जंग की जिस घड़ी में पूरा देश एक हो कर लड़ रहा है उसी देश में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें न तो खुद की फिक्र है और न ही दूसरों की. लापरवाही अलग चीज है, लेकिन कुछ लोगों ने जानबूझकर कोरोना से छिड़ी इस जंग को कमजोर करने की कोशिशें शुरु कर दी. देश में इस वक्त एक ऐसी जमात सामने आ रही है जो जानबूझकर कोरोना का संक्रमण बढ़ाने की कोशिश कर रही है. सरकार और प्रशासन की तरह से जो कोशिश हो रही है उसे नाकाम करने की कोशिश हो रही है.

राजधानी दिल्ली में जमातियों की करतूत

दिल्ली में तबलीगी जमात के लोगों तुगलकाबाद के क्वॉरेंटाइन सेंटर ले जाया गया है. बुधवार को यहां तबलीगी जमात से आए लोगों ने कई हेल्थ वर्कर्स पर थूक दिया. तबलीगी जमात के लोग क्वारंटीन सेंटर में देर रात तक घूमते रहे. सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल भी नहीं रखा. जगह-जगह इन लोगों ने थूक दिया.

कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ जेहादियों का वार

ऐसा करके ये लोग वहां व्यवस्था में जुटे कर्मचारियों को संक्रमण फैलाने को लेकर डरा रहे थे ताकि उनकी मनमानी चल सके. तबलीगी मरकज के कई लोगों को दिल्ली के LNJP अस्पताल में भर्ती किया गया है. 23 लोगों में कोरोना कनफर्म होने के बावजूद कई लोग अपना टेस्ट नहीं कराने पर अड़े हैं.

2). मारने का जेहाद

कोरोना वॉरियर्स पर पत्थर फेंकने वाले कौन?

इंदौर में स्वास्थ्य कर्मी अपनी जान बचाकर भाग रहे थे और उनके पीछे लोग पत्थर लेकर दौड़ रहे थे. ये घटना जहां की है वो इंदौर का टाट पट्टी बाखल इलाका है. यहां एक कोरोना संक्रमित मरीज की आशंका में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची थी. मरीज को जांच के लिए ले जाना था. लेकिन मदद करने की बजाए यहां लोगों ने ऐसे हमला कर दिया जैसे किसी बेकसूर की गिरफ्तारी होने वाली है. 

जिंदगी बचाने वालों पर जानलेवा हमला क्यों?

इंदौर पुलिस ने टाट पट्टी बाखल में डॉक्टर्स की टीम पर हमला करने वाले सात लोगों को गिरफ़्तार किया है. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए वीडियो फ़ुटेज के आधार पर लोगों को चिन्हित किया जिनमें से 7 लोगों को छत्रीपुरा पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. पुलिस अपना काम कर रही है लेकिन मुश्किल घड़ी में अपनी जान की परवाह किए बगैर ड्यूटी कर रहे डॉक्टर लोगों के इस बर्ताव से बेहद नाराज हैं.

इंदौर में डॉक्टरों पर पथराव के बाद राहत इंदौरी बोले शर्म से सिर झुका

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना के बाद सभी कर्मचारियों को पूरी सुरक्षा देने का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा है कि "COVID19 के खिलाफ युद्ध लड़ने वाले मेरे सभी डॉक्टर्स, नर्सेज़, पैरामेडिकल स्टाफ, ANM, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और नगरीय निकाय कर्मचारी, आप #COVID19 के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखें, आपकी सम्पूर्ण सुरक्षा की ज़िम्मेदारी मेरी है!"

दिल्ली और इंदौर की इस कहानी के पीछे वो अफवाह और वो झूठी दलीलें हैं जिसे खासतौर से एक समुदाय के दिमाग में भरा गया है.

3). बेशर्मी का जेहाद

तबलीगी जमात की नीच करतूत

दिल्ली के निज़ामुद्दीन से पकड़े गए जमातियों की एक से बड़ी एक नीच करतूत सामने आ रही है. गाजियाबाद के MMG हॉस्पिटर में भर्ती जमातियों की हरकतों के बारे में सुनकर हर किसी को गुस्सा आ जाएगा. वो अस्पताल स्टाफ और नर्सों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं. इन जाहिलों की करतूत तो इतनी बेशर्मों वाली है कि ये नर्सों के सामने ही कपड़े बदलने के लिए कपड़े खोल दे रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ जमातियों ने तो नर्सों के साथ अभद्र व्यवहार भी किया.

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कोरोना से तो लड़ लेंगे और जीत भी जाएंगे लेकिन इन लोगों से कैसे लड़ेंगे जो कोरोना की ही मदद कर रहे हैं. जान बचाने वालों पर जानलेवा हमला कर रहे हैं. आपकी जान बचाने वालों की जान लेने की कोशिश कर रहे हैं.  जिनके सम्मान में लोगों ने शंख थाली ताली बजाई उनपर थूकने वाला जेहाद कर रहे हैं.

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