नई दिल्ली: अयोध्या(Ayodhya) में राम मंदिर निर्माण के लिए जनवरी में ट्रस्ट का गठन किया जा सकता है. सरकार ने इसके लिए अपने स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरु कर दिया है.
साधु संतों के साथ हो चुकी है बैठक
मंदिर निर्माण(Ram temple) ट्रस्ट के गठन के लिए दिल्ली में एक दौर की बातचीत हो चुकी है. राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित करने की आखिरी तारीख 9 फरवरी है. इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी किया है.
सुप्रीम कोर्ट का ये था आदेश
बता दें सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ने 9 नवंबर को दिए गए अपने फैसले में राम मंदिर के लिए 2.77 एकड़ जमीन सौंप दी है. जिसपर पिछले 500 सालों से विवाद रहा था.
इसके साथ ही अदालत ने आदेश दिया कि एक अन्य स्थान पर पांच एकड़ जमीन मस्जिद बनाने के लिए मुस्लमानों को दी जाए.
अदालत ने कहा था कि हिंदुओं का विश्वास है कि उसी स्थान पर भगवान राम पैदा हुए थे, इस विश्वास पर सवाल नहीं उठाया जा सकता. इस केस में मुस्लिम पक्ष अपना कब्जा साबित करने में नाकाम रहा था.
सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को आदेश दिया था कि वो मंदिर निर्माण के लिए तीन महीने में ट्रस्ट का गठन कर ले. मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन का समय 9 फरवरी को खत्म हो रहा है.
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भाजपा ने किया है भव्य मंदिर निर्माण का वादा
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री हमेशा से अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का आश्वासन दे रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को झारखंड की रैली में घोषणा थी कि चार महीने के अंदर आसमान को छूता हुआ भव्य राम मंदिर बनने जा रहा है. झारखंड के पाकुड़ में एक रैली में अमित शाह ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला दे दिया है. अब चार महीने के अंदर आसमान को छूता भगवान राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनेगा."
गढ़वा में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी साफ तौर पर कहा था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के गठन को कोई रोक नहीं सकता.
अयोध्या के लोगों को भी राम मंदिर निर्माण का बेसब्री से इंतजार है.