नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच लगभग 52 मिनट तक मुलाकात हुई. जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए बाइडेन एयरपोर्ट के बाद प्रधानमंत्री आवास गए. यहां दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई. द्विपक्षीय बातचीत में भारत-अमेरिका के बीच साझेदारी बढ़ाने पर बातचीत हुई.
मोदी और बाइडेन ने अंतरिक्ष और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विस्तार में सहयोग के जरिए दोनों देशों के बीच रक्षा साक्षेदारी को बढ़ाने पर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया.
Happy to have welcomed @POTUS @JoeBiden to 7, Lok Kalyan Marg. Our meeting was very productive. We were able to discuss numerous topics which will further economic and people-to-people linkages between India and USA. The friendship between our nations will continue to play a… pic.twitter.com/Yg1tz9kGwQ
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2023
माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी में निवेश करेगा अमेरिका
बातचीत के बाद भारत-अमेरिका ने संयुक्त बयान जारी किया. इसमें लचीली आपूर्ति श्रृंखला बनाने की दिशा में प्रयास पर फिर से जोर दिया गया. दोनों नेताओं ने भारत में अपने अनुसंधान और विकास की उपस्थिति का विस्तार करने के लिए लगभग 300 मिलियन डॉलर का निवेश करने के लिए माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी, इंक की बहु-वर्षीय पहल और अगले पांच वर्षों में भारत में 400 मिलियन डॉलर का निवेश करने के लिए एडवांस्ड माइक्रो डिवाइस की घोषणा का उल्लेख किया. इससे भारत में अनुसंधान, विकास और इंजीनियरिंग कार्यों को विस्तार मिलेगा.
दोनों नेताओं ने भारत में जीई एफ-414 जेट इंजन बनाने के लिए जीई एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) के बीच एक वाणिज्यिक समझौते के लिए बातचीत शुरू होने का स्वागत किया, और सहयोगात्मक रूप से और तेजी से काम करने की सिफारिश की.
चंद्रयान 3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के लिए दी बधाई
बाइडेन ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के साथ-साथ भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल 1 के सफल प्रक्षेपण पर मोदी और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी.
टेक्नोलॉजी के विकास पर सहयोग पर देंगे ध्यान
दोनों नेताओं ने अमेरिकी कंपनियों माइक्रोन, एलएएम रिसर्च और एप्लाइड मैटेरियल्स की ओर से जून 2023 में की गई घोषणाओं के चल रहे कार्यान्वयन पर संतोष जताया. उन्होंने ओपन आरएएन और 5जी/6जी प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में सहयोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए दो संयुक्त कार्य बलों की स्थापना को भी स्वीकार किया.
WTO विवाद के समाधान की सराहना की
नेताओं ने उनके बीच सातवें और आखिरी बकाया विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) विवाद के समाधान की सराहना की. यह जून में डब्ल्यूटीओ में छह बकाया द्विपक्षीय व्यापार विवादों के अभूतपूर्व समाधान के बाद हुआ है.
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