लखनऊ: हाथरस केस में पीड़ित के भाई और आरोपी के नंबर पर आपस में बात होती थी. 6 महीने में करीब 5 घंटे की बातचीत रिकॉर्ड सामने आया है. ZEE मीडिया के पास सबूत है, लेकिन भाई ने इससे इनकार दिया है.
कॉल डिटेल्स के जरिए बड़ा खुलासा
हाथरस केस में आरोपी-पीड़िता परिवार के बीच बातचीत होती थी. ज़ी मीडिया के पास बातचीत का कॉल डिटेल्स मौजूद है. जातीय हिंसा की साजिश में PFI के 4 लोग गिरफ़्तार हुए हैं. अब तक 15 लोग गिरफ्तार, 20 धाराओं में FIR दर्ज़ की गई. पीड़िता से जुड़ी अफवाह फैलाने के सबूत मिले. रेप, गैंगरेप, जीभ काटने जैसी अफवाह फैलाई गई. मीडिया के एक हिस्से ने जानबूझकर अफवाह फैलाई.
हाथरस फंडिंग में अब ED की जांच
वहीं हाथरस केस से जुड़े PFI के 4 संदिग्ध गिरफ़्तार किए गए हैं. भड़काऊ वेबसाइट से जुड़े होने के सुराग मिले. ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय (ED) दंगे की साजिश के मामले में विदेशी फंडिंग की जांच करेगी.
हाथरस से जुड़ा एक और बड़ा अपडेट आपको दे देते हैं. हाथरस केस में अब तक 15 लोग गिरफ्तार कि जा चुके हैं. देशद्रोह समेत 20 धाराओं में FIR दर्ज़ की गई है. अब दंगों की वेबसाइट बनाने वालों की तलाश जारी है.
CM योगी आदित्यनाथ का खुलासा
हाथरस में जातीय हिंसा फैलाने की साज़िश की गई. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुलासा किया है. एजेंसियों की जांच में जातीय हिंसा फैलाने की साज़िश का पता चला है. केन्द्र और राज्य सरकार की छवि ख़राब करने की कोशिश थी. हाथरस में हिंसा फैलाने के लिए वेबसाइट बनाई गई. ऐसे में ज़ी हिन्दुस्तान डंके की चोट पर ये 5 सवाल पूछता है.
सवाल नंबर 1). हाथरस केस में कौन सच्चा-कौन झूठा?
सवाल नंबर 2). पीड़िता पर झूठी खबर दिखाकर चाहिए TRP?
सवाल नंबर 3). हाथरस केस पर क्या हंगामा 'फिक्स' था?
सवाल नंबर 4). पीड़िता के इंसाफ के नाम पर 'जातीय हिंसा' की साजिश?
सवाल नंबर 5). नेताओं की नौटंकी और 'पीपली लाइव' में न्याय छिपा?
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