उत्तर प्रदेश की किताबों से गायब होगा मुगल इतिहास, NCERT और UP बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला

Mughal History removed from UP Classes: उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने मौजूदा सेशन से ही किताबों के स्लैबस में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है. उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों पर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने यूपी के 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव करने का फैसला करते हुए कई चैप्टर्स हटाने का फैसला किया है जिसमें भारत में मुगलों के उत्थान और उनके राज का इतिहास भी शामिल है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 4, 2023, 08:08 AM IST
  • 12वीं क्लास के इतिहास के स्लैबस में हुआ बदलाव
  • मुगल के साथ इन चैप्टर्स में भी हुआ बदलाव
उत्तर प्रदेश की किताबों से गायब होगा मुगल इतिहास, NCERT और UP बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला

Mughal History removed from UP Classes: उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने मौजूदा सेशन से ही किताबों के स्लैबस में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है. उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों पर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने यूपी के 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव करने का फैसला करते हुए कई चैप्टर्स हटाने का फैसला किया है जिसमें भारत में मुगलों के उत्थान और उनके राज का इतिहास भी शामिल है.

11वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम में किया गया बदलाव

इसके तहत 2023-24 के शैक्षिक सेशन में अब बच्चों को यूपी बोर्ड और सीबीएसई पाठ्यक्रम के तहत बदली हुई किताबों को स्कूलों में लागू किया जाएगा, जिसमें 12वीं कक्षा की इतिहास की किताबों से मुगल बादशाह और दरबारों के अंश हटा दिये गए हैं. हालांकि सरकार ने यह भी साफ किया है कि हमने आज से किसी चैप्टर को नहीं हटाया है बल्कि एनसीईआरटी ने जून 2022 में ही मुगल इतिहास, शीत युद्ध और अमेरिकी सुप्रीमेसी के इतिहास के चैप्टर्स हटा दिये थे. हम बस उसे इस सत्र से लागू करने जा रहे हैं.

जानें किन चैप्टर्स में हुआ बदलाव

खबर के अनुसार एनसीईआरटी ने 11 वीं की किताब से इस्लाम का उदय, संस्कृतियों में टकराव, औद्योगिक क्रांति, समय की शुरुआत के चैप्टर्स स्लैबस से हटाये हैं.  वहीं कक्षा 12 की इतिहास की किताब से 'अकबरनामा' (अकबर के शासनकाल का आधिकारिक इतिहास) और 'बादशाहनामा' (मुगल सम्राट शाहजहाँ का इतिहास)  के चैप्टर्स को हटाया गया है. इसके अलावा,  नागरिक शास्त्र की किताब स्वतंत्र भारत में राजनीति से जन आंदोलनों का उदय और एक दल (सीपीएम) के प्रभुत्व के दौर के चैप्टर में भी बदलाव किया गया है.

किताबों में होने वाले इन बदलावों पर यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘हम अपने छात्रों को एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाते हैं, जो भी बदले हुए एडिशन में है उसका पालन किया जाएगा.’

सिर्फ NCERT के निर्देशों का पालन कर रहे हैं स्कूल

अपर मुख्य सचिव (बेसिक और माध्यमिक शिक्षा) दीपक कुमार ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए.

उन्होंने कहा, 'हम एनसीईआरटी की किताबों का पालन करते हैं और संशोधित संस्करण में जो कुछ भी उपलब्ध है, हम उसका पालन राज्य के स्कूलों में करेंगे.'

जून 2022 में ही NCERT ने किया था संसोधन

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने मुगल साम्राज्य से संबंधित अध्यायों को हटाकर कक्षा 12वीं के इतिहास के पाठ्यक्रम में संशोधन किया है.

इतिहास की पाठ्यपुस्तक में मुगल दरबारों के अध्यायों को एनसीईआरटी द्वारा संशोधित संस्करण में हटा दिया गया है. इसके परिणामस्वरूप सीबीएसई, उत्तर प्रदेश और एनसीईआरटी पाठ्यक्रम का पालन करने वाले अन्य राज्य बोर्डों सहित सभी बोर्डों के पाठ्यक्रम में बदलाव होंगे. संशोधित पाठ्यक्रम 2023-24 शैक्षणिक वर्ष के लिए लागू किया जाएगा.

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