नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अयोध्या विकास परियोजना की समीक्षा की और कहा कि राम की इस नगरी में ‘हमारी उत्कृष्ट परंपराओं’ और ‘हमारे विकासात्मक परिवर्तनों’ का प्रकटीकरण होना चाहिए.
Modi ने Yogi संग की रामनगरी की समीक्षा
वुर्चुअल बैठक में सीएम योगी, यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. बैठक में यूपी के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह भी शामिल थे. इस दौरान सीएम योगी अयोध्या पर विजन डॉक्यूमेंट भी पेश किया.
पीएम मोदी ने अयोध्या को एक ऐसा शहर बताया, जो हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में अंकित है और कहा कि इसे आध्यात्मिक और वैश्विक पर्यटन केंद्र के साथ ही एक टिकाऊ स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करना है.
PMO ने जारी किए बयान में दी जानकारी
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि बैठक में अयोध्या के विकास से जुड़ी परियोजना के विभन्न पहलुओं पर उत्तर प्रदेश के अधिकारियों की ओर से एक प्रस्तुति दी गई.
मोदी ने कहा, ‘अयोध्या को हमारी बेहतरीन परंपराओं और हमारे विकासात्मक परिवर्तनों को प्रकट करना चाहिए. अयोध्या आध्यात्मिक और विशिष्ट दोनों है. इस शहर के मानव लोकाचार का मेल भविष्य के बुनियादी ढांचे के साथ किया जाना चाहिए, जो पर्यटकों और तीर्थयात्रियों सहित सभी के लिए लाभकारी हो.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों द्वारा उनके जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या की यात्रा करने की इच्छा महसूस होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में अयोध्या में विकास कार्य जारी रहेंगे लेकिन इसके साथ ही अयोध्या में प्रगति को नया आयाम देने का समय अब आ गया है.
अयोध्या की पहचान का उत्सव मनाया जाए
उन्होंने कहा, ‘हमारा सामूहिक प्रयास है कि अयोध्या की पहचान का उत्सव मनाया जाए और नवाचारी उपायों के साथ इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को बनाए रखा जाए.’
Modi ने कहा कि जिस प्रकार भगवान राम में लोगों को साथ लाने की क्षमता थी, उसी तरह अयोध्या के विकास का काम स्वस्थ जनभागीदारी की भावना से निर्देशित होना चाहिए, विशेषकर युवाओं द्वारा. PM ने इस शहर के विकास में प्रतिभाशाली युवाओं के कौशल का लाभ उठाने का आह्वान किया.
Smart City के रूप में अयोध्या का विकास
बयान में कहा गया कि अयोध्या के विकास की कल्पना में एक आध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन केंद्र और टिकाऊ स्मार्ट सिटी विकसित करना है.
बैठक में प्रधानमंत्री को अयोध्या के संपर्क को बेहतर करने से संबंधित ढांचागत विकास से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं से अवगत कराया गया. इस दौरान हवाई अड्डे के विकास से जुड़ी परियोजनाओं, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, सड़कों और राजमार्गों के विकास से संबंधित योजनाओं पर चर्चा की गई.
बयान में कहा गया बैठक के दौरान एक हरित उपनगर बसाने को लेकर भी चर्चा की गई, ताकि यहां दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आश्रम, होटल और विभिन्न राज्यों के भवनों की सुविधा उपलब्ध हो. अयोध्या में पयर्टन सहायता केंद्र और विश्वस्तरीय संग्रहालय का भी निर्माण किया जाएगा.
पीएमओ ने कहा कि सरयू नदी और इसके घाटों के आसपास बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सरयू नदीं में परिभ्रमण संचालन (क्रूज ऑपरेशन) नियमित विशेषता होगी.
उसके मुताबिक शहर का विकास साइकिल चालकों और पैदल चलने वाले लोगों के लिए पर्याप्त स्थान की स्थिरता सुनिश्चित करके किया जाएगा. साथ ही स्मार्ट सिटी के बुनियादी ढांचे का उपयोग करते हुए आधुनिक तरीके से यातायात प्रबंधन भी किया जाएगा.
साधु-संत और धर्मगुरु बेहद उत्साहित
अयोध्या पर बने विजन डॉक्यूमेंट को लेकर पीएम मोदी ने जो बैठक की, उससे साधु-संत और धर्मगुरु बेहद उत्साहित हैं और कह रहे हैं कि अब राम की नगरी अयोध्या दिव्य और भव्य बनेगी.
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अयोध्या विजन डॉक्यूमेंट की बैठक पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या को लेकर पीएम मोदी का विजन शानदार है. अयोध्या को लेकर पीएम मोदी का मार्गदर्शन मिला. अयोध्या को आकर्षक नगरी बनाना मकसद है.
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