नई दिल्ली: Pooja Khedkar IAS: केंद्र सरकार ने पूजा खेडकर को तत्काल प्रभाव से भारतीय प्रशासनिक सेवा से मुक्त कर दिया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. इससे पहले संघ लोक सेवा आयोग ने 31 जुलाई को उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी थी. अब इसके बाद ये बड़ा एक्शन लिया गया है. उनके खिलाफ ये कार्रवाई आईएएस (परिवीक्षा) नियम, 1954 के नियम 12 के तहत की है.
ट्रेनी आईएएस थीं पूजा खेडकर
पूजा खेडकर ट्रेनी आईएएस अफसर थीं. वह 2023 बैच की ट्रेनी आईएएस थीं. पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने आरक्षण का फायदा लेने के लिए सिविल सेवा परीक्षा 2022 में शामिल होने के लिए गलत जानकारियां दी थीं. यूपीएससी की जांच में वह दोषी पाई गई थीं. यही वजह रही कि उनकी उम्मीदवारी भी रद्द कर दी गई थी.
गलत पहचान देने का था आरोप
आरोप था कि पूजा खेडकर ने अपनी गलत उम्र बताई ताकि वह सिविल सेवा की परीक्षा निश्चित सीमा से अधिक बार दे सकें. यही नहीं उन पर अपने माता-पिता से जुड़ी जानकारी भी गलत देने का आरोप था. यूपीएससी ने पूजा खेडकर पर आगे कोई भी परीक्षा देने पर रोक लगाई है.
बता दें कि गुरुवार को ही पूजा खेडकर ने दिल्ली हाई कोर्ट में कहा था कि वह एम्स में अपनी चिकित्सा जांच कराने को तैयार हैं. अदालत आपराधिक मामले में खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका पर विचार कर रही थी. खेडकर के खिलाफ आरोप है कि उनका विकलांगता प्रमाण ‘जाली’ हो सकता है. इस आरोप के जवाब में उन्होंने ये बात की.
वहीं अब पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत पर अगली सुनवाई 26 सितंबर को होगी. तब तक गिरफ्तारी से दी गई उनकी अंतरिम सुरक्षा जारी रहेगी.
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