अर्थव्यवस्था: प्रणब मुखर्जी बोले- 'सरकार के प्रयासों का जल्द दिखेगा असर'

अर्थव्यवस्था पर चारों ओर से आलोचना झेल रही मोदी सरकार के लिये एक राहत वाली खबर आई. पूर्व राष्ट्रपति और दिग्गज अर्थशास्त्री प्रणब मुखर्जी ने अर्थव्यवस्था पर मोदी सरकार के प्रयासों की तारीफ की और कहा कि मैं इस स्थिति से चिंतित नहीं हूं. सरकार के द्वारा उठाये गये कदमों का अच्छा असर पड़ेगा.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 12, 2019, 04:06 PM IST
    • प्रणब मुखर्जी पहले भी कर चुके हैं मोदी सरकार की तारीफ
    • मोदी सरकार में एक समय 9 फीसदी थी विकास दर
    • पूर्व राष्ट्रपति ने कहा- समस्याओं को हल करने के लिए लोकतंत्र में संवाद होना बेहद महत्वपूर्ण
    • कांग्रेस मोदी सरकार पर लगाती है अर्थव्यवस्था बर्बाद करने का आरोप
अर्थव्यवस्था: प्रणब मुखर्जी बोले- 'सरकार के प्रयासों का जल्द दिखेगा असर'

कोलकाता: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एक बार फिर से कांग्रेस की इच्छा के विपरीत राय व्यक्त की है. बुधवार को उन्होंने कहा कि मैं सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में धीमी वृद्धि को लेकर चिंतित नहीं हूं. समय आने पर सरकार के सही निर्णयों का लाभ देश को मिलेगा.

सरकार के प्रयासों से खुश हैं दिग्गज अर्थशास्त्री 

मोदी सरकार के द्वारा अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये उठाए गये कदमों की कई अर्थशास्त्री तारीफ कर चुके हैं. इनमें  दिग्गज अर्थशास्त्री प्रणब मुखर्जी भी शामिल हो गये हैं. उन्होंने कहा कि योजना आयोग ने देश की अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मुझे खुशी है कि कई कार्य अभी भी नीति आयोग द्वारा किए जा रहे हैं. इनका लाभ देश को मिलेगा.

कई अर्थशास्त्रियों ने मोदी सरकार के पहले बजट की तारीफ की थी

दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पूर्व डीन और ग्लोबल रिसर्च फाउंडेशन फॉर कारपोरेट गवर्नेंस के चेयरमैन प्रो. जय प्रकाश शर्मा मोदी सरकार के इस बजट को 'ग्रोथ ओरिएंटेड' बताया था. उन्होंने कहा थ कि इससे देश की आर्थिक प्रगति को गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने पहली बार सामाजिक उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई की तर्ज पर सोशल स्टॉक एक्सचेंज की बात की है.

प्रणब मुखर्जी कर चुके हैं पहले भी तारीफ

पूर्व राष्ट्रपति और दिग्गज अर्थशास्त्री प्रणब मुखर्जी पहले भी सरकार की दूरगामी नीतियों की तारीफ कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि 2008 में आर्थिक संकट के दौरान बैंकों ने मजबूती दिखाई थी. उस वक्त मैं वित्त मंत्री था. तब कोई भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने पैसे के लिए मुझसे संपर्क नहीं किया था. इस बार सरकार ने कारपोरेट टैक्स में छूट देकर बड़ी राहत दी है.

मोदी सरकार में एक समय 9 फीसदी थी विकास दर

आपको बता दें कि 2016 की पहली तिमाही में विकास दर नौ फीसदी के पास थी, जो अब घटकर के 4.5 फीसदी के स्तर पर आ गई है. मनमोहन सिंह की सरकार जाने के समय 2014 में भारत की आर्थिक विकास दर इससे भी निचले स्तर पर थी. बाद में मोदी सरकार में ही इसने 9 फीसदी का आंकड़ा प्राप्त किया था.

कांग्रेस मोदी सरकार पर लगाती है अर्थव्यवस्था बर्बाद करने का आरोप

कांग्रेस अक्सर मोदी सरकार पर अर्थव्यवस्था को लेकर आलोचना करती रहती है. मनमोहन सिंह ने कहा था कि आर्थिक वृद्धि लगातार घट रही है. सरकार ने कभी भी GDP सुधारने की कोशिश नहीं की. इस समय देश की GDP 4.5% है.  कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि आज जीडीपी विकास दर 4.5 फीसदी हो गयी है. जो दिखाता है सारे वादे झूठे हैं. तरक्की की चाह रखने वाले भारत और उसकी अर्थव्यवस्था को भाजपा सरकार ने अपनी नाकामी के चलते बर्बाद कर दिया है.

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लोकतंत्र में संवाद होना बेहद महत्वपूर्ण

पूर्व राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि समस्याओं को हल करने के लिए लोकतंत्र में संवाद होना बेहद महत्वपूर्ण है. साथ ही आंकड़ों की प्रमाणिकता को तथ्य के रूप में बरकरार रखना भी जरूरी है. इसके साथ छेड़छाड़ करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि कभी-कभी मैं अखबारों में पढ़ता हूं कि डेटा पर सवाल उठाया जाता है, तो मुझे दुख होता है.

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