नई दिल्ली: Rajnath Singh Emergency: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इमरजेंसी के दिनों को याद करते हुए कहा कि मैं उस समय जेल में था, ल्व्किन मां के अंतिम संस्कार के लिए भी मुझे पैरोल नहीं मिली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ANI को दिए एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया.
जब राजनाथ को नहीं मिली पैरोल
राजनाथ सिंह ने कहा जिन्होंने (कांग्रेस) 1975 में देश में इमरजेंसी लगाई, आज वे हम पर तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं. मैं इमरजेंसी के दौरान जेल में था. मुझे आपातकाल का विरोध करने के चलते जेल में डाला गया था. तब मेरी मां बीमार थी. उन्हें ब्रेन हेम्रेज हो गया. वे 21 दिनों तक हॉस्पिटल में थीं. लेकिन मैं उनको देखने भी नहीं जा पाया. मुझे पैरोल नहीं मिली. उनका निधन हो गया, लेकिन मुझे रिहाई भी नहीं मिल सकी. जब मां का अंतिम संस्कार हुआ, तब भी मैं शामिल नहीं हो सका. लेकिन हैरत है की बात यही है कि लोग हम पर तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं.
'POK भारत का हिस्सा रहेगा'
रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ़ की. उन्होंने कहा कि PM मोदी की मजबूत सरकार के दौर में किसी ने एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं किया, ना ही हम किसी को कब्जा करने देंगे. POK भारत का हिस्सा था और हमेशा रहेगा.
पाक पर क्या बोले रक्षा मंत्री?
राजनाथ सिंह ने आतंकवाद के मामले पर कहा कि यदि पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करने में सक्षम नहीं है, वे इस संबंध में भारत से मदद लेना चाहें तो हम सहयोग करने के लिए तैयार हैं. लेकिन पाकिस्तान आतंकवाद का सहारा लेकर भारत को अस्थिर करना चाहेगा, तो हम भी इसका जवाब देंगे.
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