नई दिल्ली: भारत के पराकर्मी सैनिकों की अद्वितीय वीरता को पूरा देश सलाम कर रहा है. भारत के महान वीर योद्धाओं ने चीन को उसकी औकात बता दी है. चीन ने भारत के सैनिकों पर रात के अंधेरे में धोखे से हमला किया जिसका पलटवार करते हुए भारतीय रणबांकुरों ने चीन को भारी नुकसान पहुंचाया.
The loss of soldiers in Galwan is deeply disturbing and painful. Our soldiers displayed exemplary courage and valour in the line of duty and sacrificed their lives in the highest traditions of the Indian Army.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 17, 2020
चीन के 43 सैनिकों के मारे जाने की खबर है लेकिन हमेशा की तरह झूठ बोलने वाला चीन एक बार फिर से झूठ का सहारा लेकर दुनिया में अपनी इज्जत बचाने का प्रयास कर रहा है. देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिकों के पराक्रम को नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है.
देश हमेशा याद रखेगा बलिदान- राजनाथ सिंह
वीरगति को प्राप्त करने वाले सैनिकों के बलिदान को याद करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि गलवान घाटी में सेना के जवानों ने अपना फर्ज निभाते वक्त जान दे दी. देश उनके इस बलिदान को कभी नहीं भूल पाएगा. उन्होंने कहा कि गलवान घाटी में सैनिकों को खोना दर्दनाक है. हमारे सैनिकों ने अपना फर्ज निभाते हुए देश के लिए जान दे दी. देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा. गौरतलब है कि मंगलवार को सेना के जवानों की शहादत के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ये पहला बड़ा बयान है. शहीद जवानों की खबर के बाद से ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लगातार बैठकें कर रहे हैं.
The Nation will never forget their bravery and sacrifice. My heart goes out to the families of the fallen soldiers. The nation stand shoulder to shoulder with them in this difficult hour. We are proud of the bravery and courage of India’s breavehearts.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 17, 2020
भारतीय सैनिकों ने चीन को सिखाया करारा सबक
आपको बता दें कि भारत ने चीन को बहुत नुकसान पहुंचाया है. चीन के 43 सैनिकों के मरने की खबर है और ये आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. सेना की ओर से जानकारी मिली है कि भारत के करीब 20 सैनिक रणभूमि में वीरगति को प्राप्त हो गए हैं और चीन को भी करीब-करीब इससे दोगुना नुकसान हुआ है. भारत के जो सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए हैं उनमें एक कर्नल रैंक का अधिकारी भी शामिल है. कायर चीन ने पहले धोखे से भारत के शीर्ष कमांडरों को निशाना बनाकर हमला किया था.
ये भी पढ़ें- भारत माता की रक्षा में कर्नल संतोष की वीरगति, मां ने कही दिल को छू लेने वाली बात
भारत में उच्च स्तरीय बैठकों का दौर
आपको बता दें कि जब से हिंसक झड़प की खबर आई है तब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के उच्च अधिकारियों और मंत्रियों के साथ मंथन कर रहे हैं. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सेना प्रमुख और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं. उन्होंने सबसे पहले तीनों सेनाओं के प्रमुखों समेत अन्य सेना के अफसरों से बात की. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई सुरक्षा मामलों की बैठक में भी राजनाथ ने हिस्सा लिया था. बुधवार सुबह रक्षा मंत्रालय में राजनाथ सिंह और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच विस्तृत बैठक हुई.