नई दिल्ली: चालाक चीन ने भारतीय जवानों के साथ जो सुलूक किया उससे पूरा देश गुस्से में है. लेकिन अब चीन को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. क्योंकि ड्रैगन को चारों खाने चित करने के लिए अब भारत पूरी शिद्दत से जुट गया है.
सड़क निर्माण से ड्रैगन को मिलेगा करारा जवाब
चीन को बॉर्डर पर गुस्ताखी का अब करारा जवाब मिलेगा. सूत्रों की मानें तो सरकार अब चीन को हर मोर्चे पर घेरने की पूरी तैयारी कर चुकी है. लद्दाख सीमा पर बढ़ रहे तनाव के बीच भारत चीन को सबक सिखाने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है. चीन को जवाब देने के लिए भारत ने नया रुख अपनाया है, यही वजह है कि चीन से बढ़ते तनाव के बीच भारत ने सीमा पर सड़कों का निर्माण कार्य तेज कर दिया है.
गृह मंत्रालय की अहम बैठक में लिया गया 'फैसला'
गलवान घाटी में चीनी गुंडों और भारतीय सेना के शूरवीरों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसके बाद से ही बॉर्डर पर भारत के तेवर सख्त दिखाई दे रहे हैं. लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर ड्रैगन के साथ लगातार तनाव बढ़ता ही जा रहा है. इसी बीच हिन्दुस्तान ने सीमा पर सड़कों के निर्माण की रफ्तार और बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है. जो चीन के मुंह पर करारा तमाचा होगा. सूत्रों के हवाले से मिले जानकारी के अनुसार, बुधवार को होम मिनिस्ट्री में एक हाई लेवल मीटिंग हुई. इस बैठक में गह मंत्रालय के कई मुख्य अधिकारियों के साथ बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO), आर्मी, ITBP और CPWD के अफसर मौजूद थे.
1500 मजदूरों को भेजा जा रहा है लद्दाख
आपको यहां जानना जरूरी हो जाता है कि भारत-चीन के सरहद पर करीब 32 सड़कों का निर्माण इंडो-चाइना बॉर्डर रोड फेज 2 के तहत होना सुनिश्चित हुआ है. गृहमंत्रालय के अनुसार इन सभी निर्माण की रफ्तार बढ़ाने के लिए 1500 मजदूरों को लद्दाख भेजा जा रहा है.
चमगादड़ चीन की हर करतूत की सजा
वहीं देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चमगादड़ चीन की हर करतूत को बेहाल करने के लिए सीमा पर भारतीय सेना को हाई अलर्ट पर रखा है. बता दें कि चीन का दोहराचरित्र ऐसे समय में सामने आया है जहां हर कोई कोरोना महामारी से जूझ रहा है लेकिन चीन इन सब बातों को दरकिनार कर दुश्मनी मोल ले रहा है. जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक निंदा की जा रही है.
बॉर्डर पर लगातार चालबाज चीन भारत की तरफ से किये जा रहे निर्माण कार्य पर नौटंकी करता रहा है. कई बार चीन के सड़क छाप गुंड़े सैनिकों ने निर्माण कार्य रोकने के लिए झड़पें की. लेकिन चमगादड़ चीन के अड़ंगे को साइडलाइन करते हुए हिन्दुस्तान ने भी सड़क निर्माण को और गति देने का फैसला लिया है.
आपको बता दें कि भारत जिस इलाके में सड़क निर्माण कर रहा है, LAC के पास वहीं पर कई दफा चीन के हेलिकॉप्टर को उड़ते देखा जा चुका है. इसका मकसद आपको हम समझा देते हैं, दरअसल जहां भारत निर्माण कार्य कर रहा है, वहां विवाद खड़ा करने के मंसूबे को चीन अंजाम देना चाहता है. लेकिन उसकी ऐसी हरकत काम नहीं आने वाली है.
इसे भी पढ़ें: भारत को 3 फ्रंट पर चीन, पाकिस्तान और नेपाल से युद्ध की धमकी, "चीनी मीडिया की मूर्खता"
निश्चित तौर पर चीन यदि अपनी आदतों से बाज नहीं आया तो उसकी मुसीबत बढ़ सकती है. जिस तरह से वो अपना सैन्य अभ्यास बढ़ा रहा है. उसको ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार का भी लगातार बैठकों का दौर जारी और भारत अब चीन को अपनी चाल चलने का कोई मौका देना नहीं चाहता.
इसे भी पढ़ें: 'धोखे' का दूसरा नाम चीन! धोखेबाजी के 4 पुख्ता सबूत
इसे भी पढ़ें: सीमा पर बढ़ी नेपाल सेना की गतिविधियां