नई दिल्लीः समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ में डीजीपी मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों की ओर से दी गई चाय पीने से इनकार कर दिया.
उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ता से उनके लिए बाहर से चाय लाने के लिए कहा.
गिरफ्तारी के विरोध में डीजीपी मुख्यालय पहुंचे थे अखिलेश
उन्होंने कहा, आपको नहीं पता, वे मेरी चाय में जहर मिला सकते हैं. मैं अपनी चाय खुद पीऊंगा और आप लोग (पुलिस वाले) अपनी चाय पी सकते हैं. अखिलेश यादव अपनी पार्टी के ट्विटर अकाउंट के मीडिया हैंडलर मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी के विरोध में डीजीपी मुख्यालय पहुंचे थे.
उनके साथ पार्टी कार्यकर्ताओं ने डीजीपी मुख्यालय पर गिरफ्तारी के खिलाफ धरना दिया.
मनीष जगन अग्रवाल पर पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से ट्विटर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है. हजरतगंज थाने में मामला दर्ज किए जाने के बाद रविवार सुबह उन्हें गिरफ्तार किया गया था.
समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर पर कहा, लखनऊ पुलिस द्वारा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी निंदनीय और शर्मनाक है! पुलिस को उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए.
भाजयुमो की महिला पदाधिकारी ने लगाया आरोप
पुलिस उपायुक्त (मध्य) अर्पणा रजत कौशिक ने बताया कि अग्रवाल को सुबह हजरतगंज से गिरफ्तार किया गया. उन पर सोशल मीडिया पर महिलाओं के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है. गौरतलब है कि भाजपा युवा मोर्चा की उत्तर प्रदेश इकाई की एक महिला पदाधिकारी ने छह जनवरी को हजरतगंज कोतवाली में सपा मीडिया सेल के ट्विटर हैंडल पर उसे बलात्कार और जान से मारने की धमकी दिए जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था.
सपा ने की फौरन रिहाई की मांग
अग्रवाल इस हैंडल का संचालन करता है. सपा ने अग्रवाल की गिरफ्तार को ‘शर्मनाक’ बताते हुए उसे फौरन रिहा करने की मांग की है. पार्टी ने अपने आधिकारिक हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा, “समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल को लखनऊ पुलिस द्वारा गिरफ्तार करना निंदनीय एवं शर्मनाक है. सपा कार्यकर्ता को अविलंब रिहा करे पुलिस.”
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