नई दिल्ली: 16 दिसंबर को पूरे देश को दहला देने वाली घटना निर्भया के साथ गैंगरेप को अंजाम दिया गया था. इसके बाद से ही आरोपियों को सजा दिए जाने की प्रक्रिया चलती रही. अदालत ने उनसब को दोषी मान कर सजा भी सुना दी थी.
लेकिन 16 दिसंबर को ही दी जाने वाली फांसी की सजा तब टल गई जब उनमें से एक मुजरिम अक्षय कुमार ने पहले राष्ट्रपति के पास माफी की गुहार लगाई और जब बात वहां नहीं बनी तो सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर दिया. इसके बाद उसपर सुनवाई के लिए फांसी की सजा को स्थगित कर दिया गया.
निर्भया की मां ने सात साल से कर रही हूं इंतजार
निर्भया की मां ने इस पूरे घटना पर कई बार अपनी यथास्थिति बयां की है. 17 दिसंबर को कार्रवाई टलने के बाद निर्भया की मां ने कहा कि एक तो मुजरिमों को सजा देने में वैसे ही 7 साल लग गए और अब अदालत उसे और भी बढ़ाती जा रही है.
Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang-rape victim: I was hoping that the review petition will be rejected today. Like we've waited for 7 years, we will wait for 1 more day. Hopefully the review petition will be rejected tomorrow and they will be hanged soon. https://t.co/om8D4Ontbl pic.twitter.com/Nxj9LfJszy
— ANI (@ANI) December 17, 2019
उन्होंने कहा कि उन्हें लगा था कि मुजरिम के रिव्यू पटिशन को आज ही खारिज कर दिया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. खैर सात साल इंतजार किया है तो एक दिन और सही. लेकिन कल उम्मीद है कि रिव्यू पटिशन को खारिज कर ही दिया जाएगा. और मुजरिमों को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा.
कानूनी दांवपेंच ही बनता रहा है राह में रो़ड़ा
मालूम हो कि पिछले दिनों घटना के वक्त नाबालिग रहे मुजरिम अक्षय कुमार सहित चार मुजिरमों को 16 दिसंबर को ही फांसी पर लटकाया जाना था. इन सभी पर पिछले सात साल से मामले चल रहे हैं. साक्ष्यों को जुटाकर इनके खिलाफ इकठ्ठा किया जा रहा था.
लेकिन किसी न किसी तरह कानूनी दांवपेंच का इस्तेमाल कर यह अभी तक बचते आ रहे थे. पिछले दिनों तो निर्भया की मां ने कह भी दिया था कि देश के कानूनी दांवपेंच ही न्याय की राह में रोड़ा बन रहा है.
खैर निर्भया की मां के साथ पूरे देश को यह उम्मीद है कि मुजरिमों को कल फांसी की सजा सुना दी जाएगी.