बंगाल चुनाव पर तृणमूल ने रखा प्रस्ताव, 3 चरणों का करवाएं एक साथ मतदान

West Bengal Election 2021: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पश्चिम बंगाल में चल रहे विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2021) के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल बनाए रखने को लेकर एक सभा बुलाई गई है. इससे पहले ही अब तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव के अंतिम 3 चरणों को क्लब करने का प्रस्ताव रखा है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 16, 2021, 11:47 AM IST
  • तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल चुनाव के 3 चरणों को क्लब करने का प्रस्ताव रखा
  • कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस तरह का सुझाव दिया जा रहा है
बंगाल चुनाव पर तृणमूल ने रखा प्रस्ताव, 3 चरणों का करवाएं एक साथ मतदान

नई दिल्ली: कोरोना वायरस की वजह से पूरा देश बेहाल है. वहीं, देश में चल रही चुनावी प्रक्रिया में भी लोगों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. ऐसे में अब पश्चिम बंगाल में चल रहे विधानसभा चुनाव के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल बनाए रखने को लेकर राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी एरिज आफताब द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से एक दिन पहले गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस ने 22, 26 और 29 अप्रैल को होने वाले चुनाव के अंतिम 3 चरणों को क्लब करने का प्रस्ताव रखा है.

कोरोना वायरस की वजह से रखा प्रस्ताव

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पिछले एक महीने से राज्य में कोरोना मामलों की वृद्धि की प्रवृत्ति को देखते हुए अंतिम 3 चरणों को एक या दो चरणों में कराने का प्रस्ताव रखा.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, "हमने महामारी के 8 चरणों में पश्चिम बंगाल चुनाव करवाने के फैसले का मजबूती से विरोध किया था. अब, कोरोना वायरस के मामलों में भारी वृद्धि को देखते हुए, मैं भारत निर्वाचन आयोग से आग्रह करती हूं कि वह शेष 3 चरणों का मतदान एक साथ कराने पर विचार करें. इससे लोगों को कोरोना के लिए आगे के एक्सपोजर से बचाया जा सकेगा.

आयोग पर निर्भर करता है फैसला

तृणमूल सुप्रीमो ने इससे पहले एक साक्षात्कार में कहा था, यह (चुनाव) आयोग पर निर्भर करता है कि वह यह तय करे कि कोरोना मामलों में वृद्धि की पृष्ठभूमि में अंतिम 3 चरणों के चुनाव को एक या दो चरणों में मिलाया जाएगा या नहीं. अगर बाकी चरणों को मिला दिया जाता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है.

कोरोना फैक्टर पर विचार क्यों नहीं?

उन्होंने कहा, "जब चुनाव चल रहे हैं, तो हम प्रचार करने के लिए बाध्य हैं. बीजेपी के प्रचार के दौरान बिहार, यूपी, झारखंड जैसे राज्यों से लोग राज्य में आ रहे हैं. मैं नहीं जानती कि चुनाव आयोग ने पहले कोरोना फैक्टर पर विचार क्यों नहीं किया."

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