केन्द्रीय बजट 2021: देश भर की मेट्रो परियोजनाओं के लिए वित्त मंत्री ने किया ये बड़ा ऐलान

साल 2021 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitaraman) ने कोच्चि, चेन्नई, बेंगलुरू और नासिक समेत अनेक मेट्रो परियाजनाओं पर खूब धन बरसाया. ये मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का तीसरा बजट था. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 1, 2021, 03:55 PM IST
  • देश में शुरू हो चुका है ड्राइवरलेस मेट्रो का परिचालन
  • कच्चि मेट्रो रेलवे फेज-2 के में 11.5 किमी के कॉरिडोर के लिए 1975 करोड़ रुपए का प्रावधान
  • बेंगलुरु मेट्रो के लिए 14,788 करोड़ रुपये का प्रावधान
केन्द्रीय बजट 2021: देश भर की मेट्रो परियोजनाओं के लिए वित्त मंत्री ने किया ये बड़ा ऐलान

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitaraman) ने सोमवार को साल 2021 का बजट (Union Budget 2021) पेश किया. कोरोना संक्रमण आने के बाद ये पहला बजट है. इस बजट में उन्होंने देश भर में चल रहीं मेट्रो परियाजनाओं (Metro Projects) पर कई बड़े ऐलान किये. अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोच्चि, चेन्नई, बेंगलुरू और नासिक समेत अनेक मेट्रो परियाजनाओं पर खूब धन बरसाया. ये मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का तीसरा बजट था. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश इस बजट से लोगों को बहुत उम्मीदें हैं. 

जानिये किस मेट्रो को मिली कितनी धनराशि

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitaraman) ने केंद्रीय बजट 2021 पेश करते हुए देश भर में चल रही मेट्रो परियोजनाओं के लिए भी अहम घोषणाएं की हैं.  वित्तमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि मेट्रो परियाजनाओं से आम आदमी को सीधा लाभ मिलता है. आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने देश की प्रगति के लिये मेट्रो रेल परिचालन का दुरुस्त होना बहुत जरूरी है.

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कच्चि मेट्रो रेलवे फेज-2 के में 11.5 किमी के कॉरिडोर के लिए 1975 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है.

चेन्नई मेट्रों के फेज 2 में 118.9 किमी के कॉरिडोर के लिए 63246 रुपये का प्रावधान.

बेंगलुरु के मेट्रो के लिए 14,788 करोड़ रुपये, नागपुर मेट्रो के लिए 5976 करोड़ और नासिक मेट्रो के लिए 2019 करोड़ रुपए का बजटीय प्रावधान किया गया है. उन्होंने बताया कि दो तरह की मेट्रो ट्रेनें मेट्रोलाइट और मेट्रोनियो चलेगी.

क्लिक करें- रेल मंत्री Piyush Goel का बड़ा ऐलान, इस तारीख से चेन्नई में मिलेगा UTS mobile app का लाभ

क्या है मेट्रोलाइट और मेट्रोनियो

मेट्रोनियो-  गौरतलब है कि मेट्रोनियो को देश के उन शहरों के लिए लाया गया है जहां पर 20 लाख तक की आबादी है और बड़ टायर पर चलने वाली तीन कोच वाली नियो मेट्रो की लागत परंपरागत मेट्रो के निर्माण लागत से 40 फीसदी तक कम है. इसमें स्टेशन परिसर के लिए बड़े जगह की जरूरत नहीं होती है। यह सड़क के सरफेस या एलिवेटेड कॉरीडोर पर चल सकती है. इस कारिडोर की लंबाई 19 किलोमीटर होगी.

लाइट मेट्रो- इस मेट्रो का कॉरिडोर सड़क के समानांतर जमीन पर होता है और स्टेशन बस स्टैंड की तरह होता है. दिल्ली में रिठाला से नरेला के बीच 21.7 किलोमीटर का मेट्रो लाइट कॉरिडोर प्रस्तावित है. इसमें तीन से चार कोच होंगे. तीन कोच की मेट्रो में 300 यात्री सफर कर सकते हैं और मेट्रो के पहियों में रबड़ लगी होती है. 

देश में शुरू हो चुका है ड्राइवरलेस मेट्रो का परिचालन

आपको बता दें कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली मेट्रो (DMRC) की मजेंटा लाइन (जनकपुपश्चिम-बोटेनिकल गार्डेन) पर भारत की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो सेवा (Driverless Metro Train) का उद्घाटन कर चुके हैं. इसके साथ ही आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से भारत में परिवहन और यातायात के एक नए युग का सूत्रपात हुआ. 

उल्लेखनीय है कि 37 किलोमीटर लंबी मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से बोटेनिकल गार्डन के बीच ड्राइवरलेस मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद 57 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर मजलिस पार्क और शिव विहार के बीच 2021 के मध्य तक चालक रहित मेट्रो सेवा की शुरुआत हुई थी. इसी का जिक्र वित्त मंत्री ने किया. 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़