Valentine's Day Vs मातृ-पितृ पूजन दिवस, कश्मीर से कन्याकुमारी तक माता-पिता की पूजा

14 फरवरी को देशभर में मातृ-पितृ पूजन दिवस भी मनाया जा रहा है. स्कूलों-कॉलेजों में इसके लिए विशेष आयोजन किए जा रहे हैं. कई समितियां और दल इसके लिए युवाओं को जागरूक कर रहे हैं. आलम यह है कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक माता-पिता की पूजा की जा रही है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 14, 2021, 11:38 AM IST
  • देशभर में आज युवा मना रहे हैं मातृ-पितृ पूजन दिवस
  • वैलेंटाइन डे को बाजारवाद का प्रभाव बता रहे लोग
Valentine's Day Vs मातृ-पितृ पूजन दिवस, कश्मीर से कन्याकुमारी तक माता-पिता की पूजा

नई दिल्लीः Valentine's Day 14 फरवरी के दिन देशभर में मातृ-पितृ पूजन दिवस भी मनाया जा रहा है. सनातन, संस्कृति और संस्कारों का हवाला देते हुए कुछ सामाजिक लोगों का ऐसा भी मानना है कि पश्चिमी सभ्यता से आया Valentine's Day बाजार का फैलाया मकड़जाल है. अगर आपको किसी से असल प्रेम है तो वह आपके माता-पिता ही हो सकते हैं. इसी के मद्देनजर बीते कुछ सालों से मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने की परंपरा सी चल पड़ी है. रविवार को भी इसके लिए शहरों-कस्बों में आयोजन किए जा रहे हैं. 

पंजाब के स्कूल में हुआ आयोजन
जानकारी के मुताबिक पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब में लाला नत्थू राम सिंघल सर्वहितकारी विद्या मंदिर में शुक्रवार को ही मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया था. रविवार की छुट्टी के कारण दो दिन पहले यह आयोजन किया गया. इसके अलावा बच्चों से रविवार को भी अपने माता-पिता की पूजा के लिए कहा गया है.

स्कूल में हुए कार्यक्रम भी बच्चों ने अपने माता-पिता का विधिवत पूजन किया. कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं और स्कूल प्रबंधन ने इसे संस्कृति का हिस्सा बताया और कहा कि बच्चे हर त्योहार को अपने माता-पिता के साथ खुशी के साथ मिलकर मनाएं.

रुड़की में भी कार्यक्रम आयोजित
रुड़की का युवा सेवा संघ 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे नहीं बल्कि मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाएगा. यहां पूर्व राज्यमंत्री श्यामवीर सैनी के कैंप कार्यालय पर आयोजित संघ ने पत्रकार वार्ता की साथ ही बताया कि समाज में व्यापक सकारात्मक परिवर्तन के लिए मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया जाना जरूरी है. इस तहर के कार्यक्रमों से व्यक्तिगत एवं सामाजिक उत्थान होता है. 14 फरवरी को नेहरू स्टेडियम में मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में बच्चे अपने माता-पिता का पूजन करेंगे. 

बिहार में भी होगा पूजन
बिहार के भागलपुर में भी युवा समूह ऐसा की कार्यक्रम रविवार को आयोजित कर रहे हैं. 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस समारोह मनाने के लिए जागृत युवा समिति आगे आई है. समिति आनंदराम ढांढनिया सरस्वती विद्या मंदिर में दोपहर ढाई बजे यह कार्यक्रम होगा. समिति के संयोजक ने बताया कि इस दिन सामूहिक रूप से बच्चे व युवा अपने-अपने माता-पिता का पूजन करेंगे.

इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है और दिव्य वेशभूषा प्रतियोगिता भी रखी गई है. माता-पिता की सेवा कर अनूठी मिशाल पेश करने वाली संतान को सम्मानित भी किया जाएगा.  सामूहिक रूप से वैदिक मंत्रोच्‍चार के साथ माता पिता का पूजन होगा. 

जम्मू में भी पूजे जा रहे माता-पिता
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में भी माता-पिता की पूजा की गई. संत बाल योगेश्वर शिशु वाटिका माडली में बच्चों को भारतीय संस्कृति और संस्कारों का ज्ञान देने के उद्देश्य से शनिवार को मातृ पितृ पूजन दिवस मनाया गया. कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों ने माता-पिता का पूजन किया.

आयोजक और मौजूद मुख्य अतिथि ने कहा कि आज हम लोग पश्चिमी चकाचौंध में अपनी संस्कृति और सभ्यता को भूलते जा रहे हैं जो हमारे पतन का कारण बन रहा है. इसलिए लोगों को वेलेंटाइन डे छोड़कर मातृ पितृ पूजन दिवस मनाना चाहिए, यही भारतीय सभ्यता और संस्कृति है. 

कर्नाटक में भी माता-पिता की पूजा
हिंदूवादी संगठन श्रीराम सेना ने शनिवार को ही घोषणा की है कि उसके कार्यकर्ता वेलेंटाइन डे की जगह 14 फरवरी को ‘माता-पिता’ पूजन दिवस मनाएंगे. संगठन की तरफ से कहा गया कि वह कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में अपने सदस्यों की तैनाती करेगा जहां वेलेंटाइन डे के नाम पर सार्वजनिक स्थलों पर अश्लीलता की आशंका होगी.

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