नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में हलाल सर्टिफिकेशन व्यवस्था की पुरजोर निंदा करते हुए विश्व हिंदू परिषद ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तर्ज पर इस पर रोक लगाने के लिए कदम उठाने की मांग की है. विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि हलाल की व्यवस्था के माध्यम से ना केवल देश के व्यापारियों, व्यवसायियों और उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है बल्कि मजहबी कट्टर सोच को भी बढ़ावा दिया जा रहा है.
कोर्ट जाने की तैयारी में हलाल ट्रस्ट
बता दें कि योगी सरकार के इस फैसले पर हलाल ट्रस्ट के सीईओ नियाज अहमद ने सरकार के फैसले को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि यह लोगों की व्यक्तिगत पसंद का मामला है. दरअसल योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में हलाल सर्टिफिकेट से जुड़े प्रोडक्ट्स को बैन करने का फैसला किया है. आदेश के मुताबिक हलाल सर्टिफिकेशन से संबंधित व्यक्ति/फर्म के विरुद्ध कठोर विधिक कार्यवाही की जाएगी.
क्यों योगी सरकार ने लिया यह निर्णय
देश सरकार को ऐसी जानकारी मिल रही थी कि डेरी उत्पाद, चीनी, बेकरी उत्पाद, पिपरमिन्ट ऑयल, नमकीन रेडी-टू-ईट वेवरीज व खाद्य तेल जैसे उत्पादों के लेबल पर हलाल प्रमाणन का उल्लेख किया जा रहा है. इसी के बाद सरकार ने यह कदम उठाया.
हलाल व्यवस्था के खिलाफ चलेगा अभियान!
अब विहिप ने यहां तक आरोप लगाया कि हलाल के माध्यम से भारत में एक समानांतर अर्थव्यवस्था खड़ी की जा रही है. इससे जिहादी आतंकी तत्वों तक फंड पहुंचाया जा रहा है.सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में विश्व हिंदू परिषद हलाल व्यवस्था के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाने का भी खाका तैयार करने में जुट गई है.
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