दिल्ली: पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने देश के पहले चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ का कार्यभार संभाल लिया है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि मेरा प्रमुख दायित्व तीनों सेनाओं को मजबूत बनाना है. मेरे लिये देश की सुरक्षा सर्वोपरि है. बुधवार सुबह बिपिन रावत को तीनों सेनाओं की तरफ से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. विपिन रावत कल ही सेना प्रमुख के पद से मुक्त हुए हैं.
तीन साल तक रहेंगे CDS
विपिन रावत 31 मार्च 2023 तक देश के CDS रहेंगे. देश की तीनों सेनाओं में तालमेल बिठाने के मकसद से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद पर पहले CDS के तौर पर जनरल बिपिन रावत को तैनात किया गया है. वो अगले तीन साल तक देश के CDS बने रहेंगे. इस मौके पर बिपिन रावत ने कहा कि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ सिर्फ एक पद है, उस व्यक्ति को सेना के सभी जवान सहयोग करते हैं उसी सहयोग से देश की सेना आगे बढ़ती है.
तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बनाएगा CDS
CDS यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का मुख्य काम ही ये होगा कि वो तीनों सेनाओं यानी जल, थल और नभ में सेना के बीच तालमेल बनाएगा. सबसे खास बात कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी CDS की होगी. ऐसे हालात में वो हर बड़े फैसले लेने में प्रतिबद्ध होगा. मंगलवार को ही केंद्र सरकार की ओर से सैन्य विभाग का ऐलान किया गया था, जिसकी अगुवाई चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) ही करेंगे. इस विभाग के अंतर्गत तीनों सेना का काम होगा.
जनरल मनोज मुकुंद नरवणे नये सेना प्रमुख
आपको ज्ञात करा दें कि जनरल बिपिन रावत के रिटायर होते ही लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सेना प्रमुख के तौर पर कमान संभल ली है. वह इससे पहले जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फेंट्री ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं. श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स का भी हिस्सा थे और तीन साल तक म्यांमार में भी रहे.
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