नई दिल्ली. ये उन दिनों की बात है जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड राज चला करता था. तब एक तरफ होते थे करीम लाला और दूसरी तरफ दाऊद इब्राहिम. एक दूसरे को फूटी आँख पसंद न करने वाले इन दोनों गैंगस्टर के बीच एक दिन ऐसा भी आया जब दोनों में हुई हाथापाई जिसमें करीम लाला ने लात-घूंसों से दाऊद को जी भर के कूटा था.
मुंबई का अंडरवर्ल्ड डॉन था करीम लाला
इस बात की सच्चाई की गवाही वही लोग दे सकते हैं जिन्होंने 1970 के दशक का वह दौर देखा है जब मुंबई में करीम लाला के नाम की तूती बोलती थी. करीम लाला के गैंग का नाम हुआ करता था पठान गैंग. करीम लाला के जलवे सिर्फ इस बात से ही समझे जा सकते हैं कि हाल ही में मुंबई की पार्टी शिव सेना के प्रवक्ता संजय राउत ने देश को बताया कि इंदिरा गाँधी खुद करीम लाला से मिलने दिल्ली से मुंबई आया करती थीं.
बाद में उभरा दाऊद इब्राहिम
करीम लाला गैंगस्टर हाजी मस्तान से पहले मुंबई में अपराधियों का सरगना था. करीम लाला उसके बुलाने का नाम था जबकि असली नाम अब्दुल करीम शेर खान था. जिन दिनों करीम लाला का मुंबई में नाम चलता था दाऊद इब्राहिम एक मामूली गुंडे से ज्यादा नहीं था. वह खुद भी करीम लाला की गैंग में शामिल होने के लिए लाला के पास पहुंचा था और उसने पठान गैंग के लिए काम भी किया था.
दाऊद पिटा था करीम लाला से
करीम लाला दाऊद के काम से खुश नहीं था और उसे ये भी जानकारी मिली थी कि दाऊद अलग से भी अपना एक गैंग चला रहा है. बस ये बात करीम लाला को नागवार गुजरी और उसने लगा दी क्लास दाऊद की. दाऊद ने जब होशियारी दिखाने की कोशिश की तो खुद करीम लाला ने उसे अपने हांथों से पीटा और उस दौरान कितने घूंसे लात दाऊद पर बरसे. खुद दाऊद को भी याद नहीं होंगे.
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