नई दिल्ली. सच तो ये भी है कि सचिन भी सिर्फ भाषण देने का अभिनय कर रहे थे, अंदर से तो वे खुद भी रो रहे थे. और सच ये भी है कि देश भर के क्रिकेट प्रेमी जो थे दीवाने सचिन के वो भी ज़ार ज़ार रो रहे थे. इन दस सालों का सबसे इमोशनल दिन भारत में इसी दिन आया था.
हर आँख में आंसू थे
जिस दिन कहा था क्रिकेट को अलविदा सचिन तेंदुलकर ने, उस दिन हर क्रिकेट फैन की आखों में आंसू थे. सचिन अब खलेते हुए नहीं नज़र आएंगे - ये सोच कर तमाम क्रिकेट फैंस ही नहीं, वे तमाम क्रिकेटर्स भी उदास थे जिन्होंने अपने मास्टर-ब्लास्टर को पिछले 22 सालों से खेलते देखा था. इन उदास चेहरों वाले क्रिकेटर्स में वेस्टइंडीज के पूर्व ऑलराउंडर क्रिक एडवर्ड भी शामिल थे.
एडवर्ड ने बताया ये किस्सा
सचिन के जाने का अफ़सोस लोगों को कितना था, इसकी बानगी उस किस्से में नज़र आती है जो क्रिक एडवर्ड ने सुनाया. क्रिक ने बताया कि वे वहां मौजूद थे जब वर्ल्ड के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी और अपनी आखिरी स्पीच दी थी. एडवर्ड ने बताया कि एक तरफ तो सचिन बोल रहे थे दूसरी तरफ वहां बैठे हुए क्रिस गेल रोये जा रहे थे.
आखिरी मैच खला था मुंबई में
अपने घरेलू मैदान पर खेला था तेंदुलकर ने अपना आखिरी मैच. 2013 में उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला था. अपने इस मैच के बाद रिटायरमेंट की घोषणा करते हुए सचिन ने दी थी अपनी आखिरी स्पीच इसी मैदान पर.
याद किया एडवर्ड ने वो दिन
इस ऐतिहासिक दिन को एडवर्ड ने अपनी यादों में संजो रखा है. उसने इस पल की याद करते हुए बताया कि वो सचिन का 200वां टेस्ट मैच था और मैं वहां पर मौऊद था. वो पल तो मेरे लिए भी बहुत ही भावुक कर देने वाला पल था. मैं क्रिस गेल के साथ खड़ा हुआ था और हम दोनों ही रो रहे थे. हम दोनों ने पूरी कोशिश की थी कि हम नहीं रोएंगे, लेकिन हम ऐसा कर नहीं पाए क्योंकि हमको अच्छी तरह पता था कि ये महान बल्लेबाज अब इंटरनेशनल क्रिकेट खेलता हुआ कभी नहीं नज़र आएगा.