बलिया. उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में राम मंदिर निर्माण से अब देश-दुनिया वाकिफ हो चुके हैं. आगामी 22 जनवरी को अयोध्या के राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बड़ी संख्या में देश की हस्तियां शामिल होंगी. इस बीच यूपी के बलिया जिले में मुस्लिम कारीगरों की देखरेख में राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बना यह मंदिर आकर्षण के केंद्र के रूप में तब्दील हो चुका है.
दिलचस्प बात ये है कि इस मंदिर में भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को ही होना है. भृगु क्षेत्र के नाम से मशहूर धार्मिक और आध्यात्मिक आस्था के केंद्र बलिया में भी राम दरबार सज रहा है. जिला मुख्यालय के प्रसिद्ध भृगु मंदिर के समीप एक नये मंदिर को आकार देने में राजस्थान के मकराना से आए मुस्लिम कारीगर साजिद, सादात और समीर जुटे हुए हैं.
अयोध्या के मंदिर में भी किया है कारीगर ने काम
इस मंदिर में काम कर रहे एक मुस्लिम कारीगर ने अयोध्या के राम मंदिर के गर्भगृह निर्माण में भी काम किया है. मंदिर का निर्माण करा रहे सामाजिक कार्यकर्ता रजनीकांत सिंह का कहना है- शायद भगवान राम की यही मंशा थी की अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन यानी 22 जनवरी को बलिया में भी वह अपने नए मंदिर में विराजमान हों, इसके लिए ये मंदिर तैयार हो रहा है.
राजस्थान के मकराना से मंगाए गए सफेद पत्थर
बता दें कि बलिया के राम मंदिर के लिए भी राजस्थान के मकराना से ही सफेद पत्थर मंगाया गया है. मंदिर का शिखर 21 फुट का है. इसके ऊपर छह फीट का मुख्य कलश स्थापित किया जा रहा है. 17 जनवरी को पंचांग पूजन, 18 जनवरी को वेदी पूजन के बाद 20 जनवरी को तीर्थों से लाये गए जल से मूर्ति का स्नान होगा और इसके बाद 21 जनवरी को वास्तु पूजन के बाद 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी.
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