नई दिल्ली: केंद्रीय विद्यालयों में एडमिशन के लिए सांसदों को मिलने वाला 10 सीटों का कोटा खत्म कर दिया गया है. यह कोटा अब जिलाधिकारी यानि डीएम को दे दिया गया है. डीएम उन बच्चों के एडमिशन की सिफारिश की है जो कि कोविड के दौरान अनाथ हो गए. शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने बिना एंट्रेंस सालाना सीधे दाखिले के लिए नए नियम जारी किए हैं. तो आज हम आपको बता रहे हैं उन नियमों के बारे में.
1) कोविड में जो बच्चे अनाथ हुए हैं (यानी माता-पिता दोनों कोविड की वजह से मर गए हैं), उन बच्चों का केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन जिले के जिलाधिकारी की सिफारिश पर होगा. इन बच्चो से कोई एडमिशन फीस नहीं ली जाएगी. हालांकि, एक जिलाधिकारी हर साल 1 केंद्रीय विद्यालय में कोविड से अनाथ हुए अधिकतम 10 ही बच्चों के एडमिशन करवाने की के लिए सिफारिश कर सकता है और एक क्लास के लिए अधिकतम 2 बच्चों की जो कोविड से अनाथ हुए हों.
2) भारतीय सेना की थलसेना, वायुसेना, नौसेना और कोस्ट गार्ड के प्रत्येक शिक्षा निदेशक कर सकेंगे डिफेंस सेक्टर में बने केंद्रीय विद्यालय में सैनिकों के हर साल 6 बच्चों के नाम की सिफारिश.
3)केंद्रीय विद्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों के बच्चों का साल में किसी भी समय पर केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन हो सकता है. हालांकि, अगर बच्चे का एडमिशन 9 वीं में होना है तो एडमिशन टेस्ट देना होगा. इस टेस्ट में पास होने के बाद ही एडमिशन मिलेगा.
4) इसके अलावा केंद्रीय विद्यालय संगठन के मुताबिक जिन केंद्रीय कर्मचारियों की नौकरी के दौरान ही मौत हो गयी थी उनके बच्चों का भी केन्द्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन हो पायेगा.
5) भारतीय सैनिक जिन्हें परमवीर चक्र मिला, महावीर चक्र, वीर चक्र, अशोक चक्र, कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र, सेना मेडल, नौसेना मेडल या वायुसेना मेडल में से कोई एक पुरस्कार मिला हो उनका केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन होगा.
6) जिन पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति पुलिस मेडल या पुलिस मेडल मिला होगा उनके बच्चों को भी केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन मिलेगा.
7) खेल मंत्रालय के स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SGFI) द्वारा आयोजित खेलों में या फिर CBSE या राष्ट्रीय खेल या फिर राज्य लेवल के खेलों में जो बच्चे पहला, दूसरा या फिर तीसरा स्थान पाएंगे उन्हें केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन मिलेगा.
8) स्काउट एंड गाइड्स श्रेणी में जिन बच्चों को राष्ट्रपति पुरस्कार मिलेगा उन्हें भी केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन मिलेगा.
9) जिन बच्चों को राष्ट्रीय साहस पुरस्कार या फिर बालश्री पुरस्कार मिला हुआ होगा उन्हें भी केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन मिल जाएगा.
10) जिन बच्चों की आर्ट के क्षेत्र में विशेष प्रतिभा को राष्ट्रीय या राज्य के लेवल पर मान्यता मिली हुई होगी उन्हें भी सीधा एडमिशन केंद्रीय विद्यालय में मिल जाएगा..
11) विदेश मंत्रालय में काम करने वाले व्यक्तियों का विद्यालय में सालाना एडमिशन कोटा 60 रखा गया है और होस्टल में 15. यह कोटा उन बच्चों पर लागू होगा जिनके दोनों अभिभावको में से कोई एक अभिभावक भारतीय विदेश मंत्रालय में नौकरी करता हो और उसकी पोस्टिंग विदेश में रही हो. साथ ही वो इसी साल या 1 साल पहले देश वापस लौटा हो.
12) केद्रीय विद्यालय में खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) में काम करने वालो का एडमिशन कोटा 15 रखा गया है. यानी रॉ में काम करने वाले कुल कर्मियों के 15 बच्चों को ही हर साल केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन मिल पायेगा. वहीं, दिल्ली स्थित केंद्रीय विद्यालयों में रॉ का कुल कोटा 5 सीट का ही है, बाकी की 10 सीटें दिल्ली के बाहर किसी भी केंद्रीय विद्यालय की हो सकती है..
13) निर्वासित कश्मीरी पंडितो के बच्चों को केंद्रीय विद्यालय संगठन ने अतिरिक्त सुविधा दी है. इन बच्चों के लिए एडमिशन की तारीख 30 दिन बढ़ाई जा सकती है और इन्हें ENTRANCE EXAM में SC/ST वर्ग को मिलने वाली छूट प्राप्त होगी.
14) केंद्रीय पुलिस बल यानी CRPF, BSF, ITBP, SSB, CISF, NDRF और असम राइफल्स में बी या सी ग्रुप में काम करने वाले कर्मियों के बच्चों के लिए सालाना कोटा 50 रखा गया है.