सावधान! Mobile फोन में 4 दिन तक रह सकता है कोरोना वायरस

कोरोना वायरस को लेकर सावधानी बरतना सबसे ज्यादा ज़रूरी है. हम आपको बताते हैं कि आपको अपने घर, ऑफिस या फिर बाहर जाते वक्त कौन कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए. ऐसे में मोबाइल फोन पर भी कोरोना वायरस हो सकता है जो कि 4 दिन तक फोन की सतह पर बना रहता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 4, 2020, 04:43 PM IST
    1. आपके मोबाइल फोन पर हो सकता है कोरोना!
    2. कहां-कहां कोरोना वायरस का खतरा
    3. प्लास्टिक पर 3 दिन तक रह सकता है कोरोना
सावधान! Mobile फोन में 4 दिन तक रह सकता है कोरोना वायरस

नई दिल्ली: मोबाइल फोन के एक इंच के हिस्से में कोरोना का वायरस 4 दिन रह सकता है. मोबाइल आम आदमी की जिंदगी को आसान बनाने वाला एक ऐसा आविष्कार, जो किसी करिश्मे से कम नहीं है. मोबाइल फोन एक ऐसी तकनीक है, जिसकी 5 इंच की स्क्रीन में पूरी दुनिया समाई हुई है. लेकिन, इस करिश्मे के अलावा मोबाइल फोन का एक और अवतार है.

आपके मोबाइल फोन पर हो सकता है कोरोना!

अगर हम आपसे ये कहें कि मोबाइल फोन की स्क्रीन कोरोना वायरस का घर भी है, तो आपको शायद यकीन नहीं होगा लेकिन ये सच्चाई है. कोरोना वायरस किसी भी तरह के सतह या सरफेस पर जैसे मोबाइल फोन, सीढ़ी की रेलिंग से फैल सकता है.

आपके मोबाइल फोन पर अगर संक्रमित व्यक्ति ने गलती से छींक दिया या खांस दिया तो ये भी कोरोना को फैलाने का कारण बन सकता है. कोरोना वायरस मोबाइल की सतह पर 4 दिन तक रह सकता है. मोबाइल से कोरोना फैलने का डर इसलिए ज्यादा होता है क्योंकि दिन में कई बार हम मोबाइल हाथ से उठाते हैं और कई बार उन्हीं हाथों से चेहरे को छूते हैं.

सिर्फ मोबाइल ही नहीं, कोरोना वायरस आस पास की कई सतहों पर हो सकता है और ये कई दिनों तक उन सतहों पर जिंदा रहता है जिससे इसके बढ़ने के और भी ज्यादा आसार हो जाते हैं.

कहां-कहां कोरोना वायरस का खतरा

                                कितनी देर तक वायरस
मोबाइल फोन                            96 घंटा
टीवी स्क्रीन                              96 घंटा
घर की दीवार                            36 घंटा
प्लास्टिक                                72 घंटा
स्टील                                     72 घंटा
टॉयलेट के नल                         36 घंटा
अस्पताल की रेलिंग                  36 घंटा

कोरोना प्लास्टिक या स्टील पर 3 दिन तक रह सकता है. दीवारों पर 36 घंटे ज़िंदा रह सकता है. यानी संक्रमित व्यक्ति के 3 दिन बाद तक जो जो उन सतहों को छूएगा उसके इस वायरस के चपेट में आने का पूरा अंदेशा रहता है.

हांगकांग में एक बौद्ध मंदिर में समारोह में शामिल होने वाले लोगों के बीमार होने के बाद साइट से सैंपल इकट्ठा किए गए. Center for Health Protection के मुताबिक वहां टॉयलेट के नल और यहां तक कि बौद्ध धर्मग्रंथों पर लगा कवर भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया.

कैसे बरतें सावधानी?

इसके लिए जरुरी है कि कई ऐसी सावधानियां बरती जाएं जिससे इन सतहों पर पहले ही मौजूद कोरोना को नष्ट किया जा सके.

  • मोबाइल को रेगुलरी साफ करना चाहिए
  • डिसइंफेक्टेंट से मोबाइल की सतह साफ करनी चाहिए
  • हाथ को बार-बार साबुन से धोना चाहिए
  • रेलिंग, टीवी, अलमारी को कीटाणुनाशक से साफ करना चाहिए
  • अस्पतालों में रेलिंग को पकड़कर चलने से बचना चाहिए
  • घर या दफ्तर की ज़मीन को भी डिस्इंफेक्टेंट से साफ करना चाहिए
  • हाथ मिलाने से परहेज करना चाहिए

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कोरोना वायरस के इस बढ़ते कहर के बीच जरूरी है कि सावधानी बरती जाए. तभी कोरोना के खिलाफ ये लड़ाई सफल हो पाएगी.

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