नई दिल्ली: Side Effects Of Working In Night Shift: दुनियाभर के कई कार्यालय चौबीसों घंटे खुले रहते हैं. इसके लिए कर्मचारियों की अलग-अलग शिफ्ट लगाई जाती है. कोई सुबह, कोई शाम और कोई नाइट शिफ्ट में ऑफिस में काम करता है. बता दें कि नाइट शिफ्ट में काम करना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इस शिफ्ट में काम करने से न सिर्फ आपकी स्लीप साइकिल डिस्टर्ब होती है बल्कि आप कई गंभीर परेशानियों का भी शिकार हो सकते हैं.
नाइट शिफ्ट में काम करने के नुकसान
वजन बढ़ना
रात में काम करने से हमारे सोने और खाने की हैबिट में काफी बदलाव आता है, जिसका सीधा असर हमारे वजन पर पढ़ता है. नाइट शिफ्ट करने से आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं.
अनिद्रा
हेल्दी रहने के लिए रोजाना 7-8 की नींद बेहद जरूरी होती है, लेकिन कई लोग नाइट शिफ्ट के कारण रात में नींद नहीं ले पाते हैं. ऐसे में उन्हें दिन में भी नींद नहीं आ पाती है, जिससे अनिद्रा की समस्या हो सकती है.
डाइजेशन की समस्या
नाइट शिफ्ट का बुरा असर हमारे डाइजेशन पर भी काफी पड़ता है. इस दौरान हमारे खान-पान में भी काफी बदलाव आता है, जिससे डाइजेशन से जुड़ी परेशानी हो सकती है.
हृदय रोग
नाइट शिफ्ट को लेकर वैज्ञानिकों द्वारा की गई एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग 10 साल से अधिक समय तक रात में काम करते रहते हैं उनमें एट्रियल फाइब्रिलेशन का खतरा 22 फीसदी ज्यादा रहता है. महिलाओं में ये समस्या ज्यादा होती है.
ब्रेस्ट कैंसर
नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं में डे शिफ्ट करने वाली महिलाओं की तुलना में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी ज्यादा रहता है.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.
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