कोरोना से ठीक हो चुके हैं तो तुरंत बदल दें टूथब्रश, टलेगा दोबारा संक्रमण का खतरा

लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, डेंटल सर्जरी के HOD डॉ प्रवीन मेहरा ने मीडिया बातचीत में कहा कि "यदि आप, आपके परिवार में से कोई या आपका दोस्त हाल ही में कोरोना वायरस से ठीक हुए हैं तो सुनिश्चित करें कि आपका टूथ ब्रश और टंग क्लिनर आदि बदल दिया गया है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 7, 2021, 04:01 PM IST
  • ठीक हुए व्यक्ति को दोबारा संक्रमित कर सकता है पुराना टूथब्रश
  • घर के अन्य सदस्यों में भी संक्रमण का बन सकता है कारण
कोरोना से ठीक हो चुके हैं तो तुरंत बदल दें टूथब्रश, टलेगा दोबारा संक्रमण का खतरा

नई दिल्लीः Corona संकट अभी जारी है और इसके बारे में रोज नई जानकारियां सामने आ रही हैं. मायावी वायरस के बारे में यह तो स्पष्ट हो चुका है कि कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति को भी दोबारा संक्रमण हो सकता है. पूरी दुनिया में कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहै है लेकिन विशेषज्ञ 100 प्रतिशत बचाव की गारंटी नहीं देते हैं.

लोगों को इस बात का विशेष ध्यान रखऩा चाहिए कि एक बार रिकवर हुए व्यक्ति को दोबोरा कोरोना अपनी चपेट में न ले पाए. ऐसे में जरूरी है कि ठीक हुए लोगों के लिए जरूरी है कि वह हर कदम पर अपना ख्याल रखें. 

रोज की आदतों में बरतें सावधानी
कोरोना का संक्रमण मुंह से निकली सांस और खांसी-छींक के दौरान निकली लार-पानी से फैल ता है. ऐसे में रोज दांत की सफाई, मुंह की सफाई करने वाले उपकरण पूरी तरह वायरस को फैलाने में सक्षम हो सकते हैं. 

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संक्रमण की आशंका करता है दूर 
दंत विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति को अपना टूथ ब्रश और टंग क्लिनर बदलना चाहिए.

वे कहते हैं कि ऐसा करना न केवल किसी को दोबारा होने वाले संक्रमण की आशंका से दूर रखता है, वहीं अन्य लोगों को भी सुरक्षित रखता है. इसके अलावा बीमार व्यक्ति को अपना टूथ ब्रश बाकी अन्य लोगों से अलग ही रखना चाहिए. 

क्या कहते हैं डॉक्टर
दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, डेंटल सर्जरी के HOD डॉ प्रवीन मेहरा ने मीडिया बातचीत में कहा कि "यदि आप, आपके परिवार में से कोई या आपका दोस्त हाल ही में कोरोना वायरस से ठीक हुए हैं तो सुनिश्चित करें कि आपका टूथ ब्रश और टंग क्लिनर आदि बदल दिया गया है. अगर ऐसा नहीं है तो आप फिर से वायरस की चपेट में आ सकते हैं. "

दिन में दो बार साफ करें मुंह
विशेषज्ञों का कहना है कि टूथब्रश पर समय के साथ बैक्टीरिया / वायरस का निर्माण होता है जो ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण का कारण बनता है. रोकथाम के रूप में, हम माउथवॉश और बेटाडीन गार्गल का उपयोग करते हैं, जो मुंह में वायरस / निर्माण को कम करने में मदद करता है.

अगर माउथवॉश उपलब्ध नहीं है, तो गर्म खारा पानी के साथ मुंह को कुल्ला करना भी ठीक काम करता है. इसके अलावा दिन में दो बार ओरल हाइजीन की आदत बनाएं और ब्रश करें. 

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मुंह से निकली छोटी बूंदों में कोरोना
WHO के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के मुंह से निकली उन छोटी बूंदों से फैलता है जो संक्रमित के छींकने, खांसने, हंसने या बोलते वक्त निकलती हैं. इसके अलावा लोग उन सतहों को छूकर भी संक्रमित हो सकते हैं जहां वायरस होता है. सतह छूकर अपने मुंह पर हाथ लगाने से वायरस शरीर में प्रवेश करता है.

हवा में भी वायरस
इसके अलावा, यह वायरस भी हवा में भी पाया गया है. एक बार संक्रमित व्यक्ति से निकलने के बाद, यह कुछ समय के लिए हवा में रह सकता है और संक्रमित कर सकता है. खराब वेंटिलेशन के साथ भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ट्रांसमिशन तेज होगा.

ऐसी परिस्थिति में संक्रमित व्यक्ति के टूथब्रश और टंग क्लिनर में वायरस के रहने की आशंका है. समान उत्पादों के निरंतर उपयोग से फिर से संक्रमण हो सकता है और दूसरों को संक्रमित कर सकता है.

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