अकेले साइकिल या कार चलाते हुए मास्क पहनना जरूरी नहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया साफ

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि अकेले बैठकर कार चला रहे लोगों के मास्क पहनने का कोई दिशानिर्देश जारी ही नहीं किया गया है. इसी तरह अकेले साइकिल चला रहे व्यक्ति के लिए भी मास्क पहनना जरूरी नहीं है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 4, 2020, 01:17 PM IST
    • केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने स्पष्ट की स्थिति
    • भूषण ने कहा कि ग्रुप में साइकिलिंग और जॉगिंग करते समय मास्क पहनना महत्वपूर्ण है
अकेले साइकिल या कार चलाते हुए मास्क पहनना जरूरी नहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया साफ

नई दिल्लीः कोरोना संक्रमण के साथ बचाव व सुरक्षा के लिए जारी गाइडलाइंस लोगों के बचाव के काम तो आ ही रही हैं, लेकिन इन गाइडलाइंस की कम जानकारी और भ्रम की स्थिति आपदा के काल में जेब पर भारी पड़ रही है. कोरोना के संक्रमण को रोकने के नाम पर दिल्ली समेत पूरे देश की पुलिस लोगों का चालान काटने में लग गई है. ऐसे में कार में अकेले व साइकिल पर अकेले जा रहे लोगों का भी चालान काट दिया गया है. 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट की स्थिति
जानकारी के मुताबिक, इस तरीके से अनधिकृत तौर पर चालान काटे जाने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय दिशा-निर्देश जारी किए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि अकेले बैठकर कार चला रहे लोगों के मास्क पहनने का कोई दिशानिर्देश जारी ही नहीं किया गया है. इसी तरह अकेले साइकिल चला रहे व्यक्ति के लिए भी मास्क पहनना जरूरी नहीं है. 

राजेश भूषण ने दिए सवालों के जवाब
अकेले साइकिल या कार चला रहे लोगों के मास्क नहीं पहनने के कारण चालान काटे जाने के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 'स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो दिशानिर्देश जारी किये हैं, उनमें यदि आप अकेले किसी कार को बैठकर कार चला रहे हैं, तो आपको मास्क पहनना है, इस आशय का कोई दिशा-निर्देश नहीं है. 

ग्रुप में साइकिलिंग करते हुए पहने मास्क
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि ग्रुप में साइकिलिंग और जॉगिंग करते समय मास्क पहनना महत्वपूर्ण है. लेकिन अगर कोई अकेले साइकिल चला रहा है, तो उसके लिए मास्क पहनने को लेकर हेल्थ मिनिस्ट्री ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में लोगों में फिजिकल एक्टीविटी में जागरूकता बढ़ी है.

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