नई दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का सारा करिकुलम बदलने जा रहा है. नई शिक्षा नीति के हिसाब से सारा करिकुलम अपडेट हो रहा है. शुक्रवार को विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण जो छात्र विश्वविद्यालय से दूर हैं वह कैसे शिक्षा हासिल कर सके इसका ध्यान इसमें रखा जाएगा. जामिया में बहुत सारे नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं. कई सारे नए पैरामेडिकल कोर्स भी शुरू किए जा रहे हैं. इनकी अनुमति ली जा रही है और विदेशी भाषाओं से संबंधित पाठ्यक्रम भी शुरू किए जा रहे हैं.
जामिया स्थापना के 101 वर्ष पूरे
स्वतंत्रता संग्राम और असहयोग आंदोलन से जन्मी संस्था जामिया मिलिया इस्लामिया ने शुक्रवार को अपनी स्थापना के 101 वर्ष पूरे कर लिए. स्थापना दिवस समारोह में कुलपति ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हमें महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए हैं. इनका पालन तो हमें करना ही है, वह हमारा फोकस है.
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आगे उन्होंने कहा, इस कोरोना के जमाने में हमने पाया कि हमारे पास टेक्नोलॉजी कम थी. अब हम उसकी पूर्ति करने की कोशिश कर रहे हैं. अब जब विश्वविद्यालय खुलने पर छात्र आएंगे तो हम उनको हॉस्टल में नहीं रख पाएंगे, क्योंकि यहां इतने कमरे नहीं इसलिए अब हम नए हॉस्टल बना रहे हैं.
स्थापना दिवस पर कला प्रदर्शनी का आयोजन
कुलपति ने एक अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी इनकॉन्टिनम-चिसेलिंग द माइंड का एमएफ हुसैन आर्ट गैलरी में (वर्चुअल और ऑफलाइन)उद्घाटन किया, जहां यूएसए, मलेशिया, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, यूएई, बांग्लादेश और भारत के 27 केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों के 101 कृतियों को प्रस्तुत किया गया.
इस अवसर पर भारत की प्रमुख समकालीन कलाकारों में से एक अंजोली इला मेनन विशिष्ट अतिथि थीं. उन्होंने ललित कला संकाय के शिक्षकों और छात्रों के साथ एक संवादात्मक सत्र किया.
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