त्वचा से जुड़ी इन 3 परेशानियों को डैंड्रफ समझने की न करें गलती, धोना पड़ सकता है बालों से हाथ

हेयर एंड स्कैल्प स्पेशलिस्ट एनाबेल किंग्सले के मुताबिक ज्यादातर लोगों को लगता है कि डैंड्रफ ड्राई स्किन से जुड़ी समस्या है, हालांकि आपको यह परेशानी ऑयली त्वचा से ज्यादा जुड़ी होती है. इसके अलावा इस समस्या का संबंध हाइजीन से नहीं बल्कि स्ट्रेस, हार्मोंस, डाइट और मौसम में बदलाव से भी है.    

Written by - Shruti Kaul | Last Updated : Apr 9, 2024, 01:48 PM IST
  • डैंड्रफ नहीं है बालों से जुड़ी ये समस्याएं
  • तनाव के कारण भी होता है हेयर प्रॉब्लम
त्वचा से जुड़ी इन 3 परेशानियों को डैंड्रफ समझने की न करें गलती, धोना पड़ सकता है बालों से हाथ

नई दिल्ली:  महिलाओं को अक्सर सिर में रूसी यानी डैंड्रफ की समस्या परेशान करती है. 'द सन' में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक 50 प्रतिशत आबादी को उनके जीवन में डैंड्रफ की समस्या कभी न कभी परेशान जरूर करती है, हालांकि अगर आप रूसी के साथ सूजन, खून या डैंड्रफ में कोई रंग देखते हैं तो इसका मतलब है कि आपको स्कैल्प से जुड़ी कोई समस्या है, जो हेयर फॉल का कारण भी बन सकता है. 

हेयर एंड स्कैल्प स्पेशलिस्ट एनाबेल किंग्सले के मुताबिक ज्यादातर लोगों को लगता है कि डैंड्रफ ड्राई स्किन से जुड़ी समस्या है, हालांकि आपको यह परेशानी ऑयली त्वचा से ज्यादा जुड़ी होती है. इसके अलावा इस समस्या का संबंध हाइजीन से नहीं बल्कि स्ट्रेस, हार्मोंस, डाइट और मौसम में बदलाव से भी है.  एनाबेल के मुताबिक हमारे सिर में ज्यादा तेल और मैलासीजिया नाम के यीस्ट का कॉम्बिनेशन सेल्स को गुच्छे में बदलता है. यह हमारे स्कैल्प में जमने लगता है. ट्राइकोलॉजिस्ट इवा प्राउडमैन के मुताबिक डैंड्रफ से लड़ने के लिए पाइरॉक्टोन ओलामाइन नाम का एंटी माइक्रोबियन एजेंट बेहद लाभदायक हो सकता है. 

सिर से जुड़ी ये 3 समस्याएं डैंड्रफ नहीं होती है 

 सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस
इवा प्राउडमैन के मुताबिक  सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस एक क्रॉनिक स्कैल्प कंडीशन है, जो त्वचा में काफी खुजली पैदा करता है. ये समस्या आपके सिर के अलावा आइब्रो, नाक की तह और उपरी होंठ को नुकसान पहुंचा सकती है. ये समस्या एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को नहीं फैलती है बल्कि यह पर्यावरण या जेनेटिक कारणों से हो सकती है. इवा प्राउडमैन के मुताबिक यह फंगल इंफेक्शन आपको रूसी की तरह ही तनाव, हार्मोनल बदलाव और मौसम के कारण हो सकता है. इसके अलावा यह आपके परिवार के जींस के कारण भी हो सकती है. 

 स्कैल्प सोरायसिस
इवा प्राउडमैन के मुताबिक  स्कैल्प सोरायसिस एक ऑयोइम्यून कंडीशन है, जिसमें हमारी स्किन 5 गुना तेजी से रिप्रोड्यूस करती है. इस दौरान स्किन सेल्स का निर्माण होता है, जिसे सोराइटिक प्लेग भी कहा जाता है. बता दें कि  स्कैल्प सोरायसिस में हमारी स्किन मोटी और ड्राई दिखने लगती है. वहीं इसमें सूजन के साथ जलन भी होने लगती है. ये ज्यादातर हेयर लाइन और कान के पीछे होता है. कई मामलों में इसमें तेज खुजली भी होने लगती है, जिसके चलते इससे खून निकलने लगता है. वैज्ञानिकों के मुताबिक स्कैल्प सोरायसिस परिवार में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को फैल सकती है, जैसे अगर आपके परिवार में किसी को यह समस्या है तो ज्यादा चांसेज है कि ऐसा आपके साथ भी हो सकता है. 

 फॉलिकुलिटिस
इवा प्राउडमैन के मुताबिक फॉलिकुलिटिस सूजन और इंफेक्शन से जुड़ी समस्या है. बता दें कि हेयर फॉलिकल बालों की जड़ों को घेरने वाला एक छेद है. वहीं फॉलिकुलिटिस तब होता है, जब हेयर फॉलिकल में डैमेज होता है या उनमें ब्लॉकेज होता है. ये समस्या आमौतर पर शेविंग करने, बाल तोड़ने या स्कैल्प में ज्यादा खुजली करने से हो सकती है. इसके बाद यह बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाता है, जिससे पपड़ीदार, रोएंदार और खून निकलने वाले घाव हो सकते हैं. 

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें. 

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