नई दिल्ली. ये खबर चल कर आई है सीधे इंग्लैण्ड से जहां की एक सैटेलाइट ने पृथ्वी की कक्षा में एक जाल लगाया है जो अंतरिक्ष के कूड़े को इकट्ठा करेगा. ये कोशिश अभी प्रयोग के तौर पर शुरू की गई है और इसके बाद इस तरह की और भी कई कोशिशें सामने आने वाली हैं जिनके ज़रिए अंतरिक्ष को कचरा मुक्त बनाने की योजना पर कार्य होगा.
300 किलोमीटर से अधिक ऊंचाई पर
इस आसमानी जाल को पृथ्वी से 300 किलोमीटर से अधिक ऊंचाई पर लगाया गया है. माना जा रहा है कि लगभग साढ़े सात हज़ार टन कचरा पृथ्वी की कक्षा में बिखरा हुआ तैर रहा है. अलग-अलग कारणों और जरूरतों से आकाश में लांच किये गए उपग्रहों के लिए ख़तरा बना हुआ है यह कचरा.
वीडियो हुआ है तैयार
इस आसमानी जाल की कार्यप्रणाली को समझने समझाने और परखने के लिए सैटेलाइट के माध्यम से इसका एक शुरूआती वीडियो बनाया गया है जिसमें प्रयोग के तौर पर जाल को काम करते हुए देखा जा रहा है. इस वीडियो में यह जाल एक जूते के डिब्बे के आकार के स्पेस कचरे को अपने भीतर फंसाता हुआ दिख रहा है.
कचरा 'बाहर' फेंका जाएगा
अब इस जाल को लगाने की कोशिश के बाद आगे क्या होगा, इस पर जानकारी देते हुए ब्रिटिश अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने बताया कि ये तो केवल एक प्रयोग था जिसमें एक जूते के डिब्बे के आकार के कचरे को दूसरे सैटेलाइट से पृथ्वी की ओर गिराया गया था, जिसको इस जाल ने अपने भीतर रख लिया. अगर बड़े कचरे को भी हम ऐसे फ़ांस कर इसके भीतर रख सके तो बाद में सैटेलाइट की मदद से ये जाल उसे पृथ्वी की कक्षा से बाहर करता रहेगा.