नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच नौ महीने से गाजा में चल रहा संघर्ष समाप्त हो सकता है. इसके लिए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शर्तें रखी हैं. उन्होंने कहा कि वह हमास के साथ युद्ध विराम समझौते को लेकर तभी सहमत होंगे, जब इजरायली बंधकों की रिहाई के बाद गाजा में सैन्य अभियान फिर से शुरू करने की अनुमति मिलेगी.
सैन्य अभियान जारी रखने की चाहते हैं अनुमति
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए मध्यस्थ काहिरा में वार्ता की तैयारी कर रहे हैं. इस बीच नेतन्याहू ने रविवार को संघर्ष को समाप्त करने के लिए अपनी पांच शर्तें रखीं. उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक युद्ध के सभी लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते हैं तब तक इजरायल को गाजा में अपना अभियान जारी रखने की अनुमति मिलनी चाहिए.
उत्तरी गाजा में हमास के आतंकियों पर रोक की मांग
उन्होंने ने इस बात पर भी जोर दिया कि समझौते में यह भी शामिल होना चाहिए कि हमास को मिस्र से गाजा में हथियारों की तस्करी करने से रोका जाए. साथ ही उत्तरी गाजा में सशस्त्र हमास आतंकवादियों की वापसी पर भी रोक लगनी चाहिए.
बता दें कि गाजा में अभी भी 100 से ज्यादा लोग बंधक हैं, जिनमें से कुछ के मारे जाने की आशंका है. नेतन्याहू ने कहा कि जहां तक हो सकेगा अधिक से अधिक बंधकों की रिहाई सुनिश्चित कराएंगे.
वहीं इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने रविवार को कहा कि भले ही गाजा में युद्धविराम समझौता हो जाए लेकिन इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेंगे.
उन्होंने कहा कि गाजा और हिजबुल्लाह के साथ उत्तरी सीमा पर संघर्ष 'दो अलग-अलग क्षेत्र' हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि गाजा में अगर समझौता होता है तो उससे हिजबुल्लाह के साथ समझौता नहीं माना जाएगा.
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